मिर्जापुर (Mirzapur)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. आज 1 जून को सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग हो रही है. इस बीच मिर्जापुर (Mirzapur) में भीषण गर्मी और हीटवेव (Extreme heat and heatwave.) के चलते चुनावी ड्यूटी (Election duty) में लगे 12 लोगों ने जान गंवा दी है. वहीं 16 होमगार्ड्स की तबियत बिगड़ने पर उन्हें ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. ये सभी होमगार्ड सातवें चरण के मतदान के लिए ड्यूटी पर तैनात थे. बताया जा रहा है कि मृतक पोलिंग पार्टी रवाना होने की जगह पालटेक्निक मैदान में पहुचे थे।
जानकारी के मुताबिक, जिला निर्वाचन के 3 कर्मचारियों की मौत हो गई है. इसके अलावा 9 होम गार्ड्स ने चुनाव ड्यूटी के दौरान जान गंवाई है. इस सबके पीछे भयंकर गर्मी को जिम्मेदार माना जा रहा है।
दरअसल, उत्तर भारत में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कई जगह तापमान 51 डिग्री से ऊपर जा चुका है. इसके चलते अब तक कई दर्जन लोग जान गवां चुके हैं. मिर्जापुर के तापमान की बात करें तो शुक्रवार को जिले का अधिकतम तापमान 47 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग की मानें तो शनिवार को तापमान और भी बढ़ने का अनुमान है. शनिवार को जिले का तापमान 49 डिग्री को पार कर सकता है. इस बीच शुक्रवार को चिलचिलाती धूप में ड्यूटी में लगे होमगार्ड्स की तबियत बिगड़ने से मौत हो गई।
उत्तर भारत में हीटवेव से कई दर्जन लोगों की मौत
बता दें कि इससे पहले भी देशभर में बढ़ती गर्मी और हीटवेव के बीच कई दर्जन लोगों की मौत हो गई. मिर्जापुर से पहले तक भीषण गर्मी के कारण 43 लोगों की मौत हो गई. बिहार में 32 लोग गर्मी के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं, ओडिशा में भी 10 लोगों की जान गर्मी के कारण चली गई है. बिहार में लू से 32 लोगों की मौत हो गयी, जिनमें से 17 औरंगाबाद में, छह आरा में, तीन-तीन गया और रोहतास में, दो बक्सर में और एक पटना में हुई. ओडिशा के राउरकेला में 10 लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा, झारखंड के पलामू जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई. वहीं ओडिशा में भी 10 लोगों ने जान गवां दी और राजस्थान में 5 व उत्तर प्रदेश में भी 1 शख्स की मौत हुई है. इससे पहले बिहार के दरभंगा के रहने वाले 40 साल के एक शख्स की दिल्ली में लू लगने से मौत हो गई थी. उनके शरीर का तापमान सामान्य से लगभग 10 डिग्री अधिक 108 डिग्री फारेनहाइट तक बढ़ने के बाद कई अंगों की विफलता के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
भीषण गर्मी के देखते लोगों का दी जा रही सलाह
-गर्मी के संपर्क में आने से बचें, ठंडा रहें और निर्जलीकरण से बचें.
-प्रचार माध्यमों पर हीट वेव/लू की चेतावनी पर ध्यान दें.
-अधिक से अधिक पानी पीयें. प्यास न लगी हो तब भी पिएं.
-हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले सूती वस्त्र पहनें.
-घर से बाहर निकलते समय धूप के चश्मे, छाता, टोप यानी हैट व चप्पल का प्रयोग करें.
-अगर आप खुले में कार्य करते हैं तो सिर, चेहरा, हाथ, पैरों को गीले कपड़े से ढककर रखें. तेज धूप से बचने के लिए छाते का प्रयोग करें.
-लू से प्रभावित व्यक्ति/ महिला को छाया में लिटाकर सूती गीले कपडे से पोंछे अथवा नहलायें तथा जल्दी चिकित्सक से सम्पर्क करें.
-यात्रा करते समय पीने का पानी साथ रखें. कच्ची प्याज खाएं और ऊपरी जेब में भी रखें.
-ORS घर में बने पेय पदार्थ जैसे-लस्सी, कच्ची अंबियों का पना, इमली का पानी, चावल का पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके.
-हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट कैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सरदर्द, उबकाई, पसीना आना, बेहोशी आदि को पहचानें. यदि बेहोशी या बीमारी अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सकीय सलाह लें.
-अपने घर को ठण्डा रखें. पर्दे, दरवाजे आदि का प्रयोग करें तथा रात व शाम के समय कमरों व घर को ठण्डा करने के लिये इन्हें खोल दें.
-पंखे, गीले कपड़ें का प्रयोग करें तथा बार-बार स्नान करें. कार्यस्थल पर पीने का शीतल पानी रखें.
-कर्मियों को सीधे सूर्य की रोशनी से बचने के लिए सावधान करें. श्रमसाध्य कार्यो को ठंडे समय में करने/कराने का प्रयास करें.
-घर से बाहर होने की स्थिति में आराम करने की समयावधि तथा आवृत्ति को बढ़ाएं.
-गर्भवती महिला कर्मियों तथा रोग्रगस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए।
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