नई दिल्ली (New Delhi) । 19 अप्रैल से शुरू हुई चुनावी प्रक्रिया (Election) आज संपन्न हो जाएगी। शनिवार को 543 में से बची हुई 57 सीटों पर मतदान (voting) कराया जा रहा है। इसके बाद सभी की निगाहें एग्जिट पोल (Exit Polls) की तरफ होंगी। शाम को 6 बजे मतदान खत्म होगा और इसके आधे घंटे बाद से ही चैनल और एजेंसियां अपने एग्जिट पोल जारी करेंगी। इसके बाद 4 जून को इंतजार खत्म हो जाएगा और लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने होंगे।
बीते दो लोकसभा चुनावों की बात करें तो एग्जिट पोल काफी हद तक सही साबित हुए थे। दोनों ही बार एग्जिट पोल्स में साफ बताया गया था कि बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बन रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई तक कराए गए थे। वहीं 16 मई को परिणाम घोषित किए गए थे। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराए गए और 23 मई को मतगणना हुई। इस लिहाज से 2024 का चुनाव काफी लंबा चला। इसमें 44 दिनों का वक्त लग गया।
क्या कहता था 2014 का एग्जिट पोल?
2014 के एवरेज एग्जिट पोल की बात करें तो एनडीए गठबंधन को 283 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। वहीं कांग्रेस की अगुआई वाले यूपीए गठबंधन को 105 सीटें दी गई थीं। हालांकि मोदी सरकार में यूपीए के लिए यह आंकड़ा भी मुश्किल हो या। एनडीए को कुल 336 सीटें मिली तीं। वहीं यूपीए को मात्र 60 सीटों से संतोष करना पड़ा। बीजेपी को अकेले 282 और कांग्रेस को 44 सीटें हासिल हुई थीं।
कितना सही साबित हुआ 2019 का एग्जिट पोल?
2019 के एग्जिट पोल की बात करें तो 13 एग्जिट पोल्स का एवरेज एनडीए के लिए 306 था। वहीं यूपीए को औसतन 120 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। मोदी लहर एक बार फिर दिखाई दी और एनडीए को 353 सीटें मिल गईं। वहीं यूपीए को 93 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। बीजेपी को अकेले 303 सीटें और कांग्रेस को महज 52 सीटें मिली थीं।
2009 में भी एग्जिट पोल यूपीए की वापसी की भविष्यवाणी कर रहे थे। एग्जिट पोल में यूपीए को 195 सीटें और एनडीए को 185 सीटें दी गई थीं। यूपीए को 262 सीटें मिली थीं वहीं एनडीए को 158 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस ने अकेले 206 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी को अकेले 116 पर जीत मिली थी।
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