नई दिल्ली (New Delhi)। उत्तर और मध्य भारत (North and Central India)में जारी लू का कहर (heat wave)गुरुवार से धीरे-धीरे कम होने लगेगा। अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान (Maximum Temperature)में तीन से चार डिग्री सेल्सियस(four degrees celsius) की कमी आएगी। हालांकि, तब तक प्रचंड गर्मी का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने बुधवार को यह अनुमान जारी किया। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में झुलसाने वाली गर्मी की स्थिति जारी रही।
इन राज्यों में एक जून तक लू की स्थिति यथावत जारी रहने का अनुमान है। इसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आएगी। विभाग ने कहा, बिहार, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, जम्मू संभाग और हिमाचल प्रदेश में भी शुक्रवार तक लू की स्थिति गंभीर बने रहने का अनुमान है।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में बुधवार को अधिकतम तापमान 46-50 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पश्चिमी मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में तापमान 42-46 डिग्री सेल्सियस रहा। विभाग के अनुसार पश्चिमोत्तर भारत के कई हिस्सों और मध्य व पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से छह डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया था। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों तक कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में गर्म और आर्द्रता वाला मौसम बना रहा सकता है।
दिल्ली में गर्मी का रिकॉर्ड बना
दिल्ली के मुंगेशपुर में 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। यह राष्ट्रीय राजधानी में अब तक का सबसे अधिक तापमान है।
केरल और पूर्वोत्तर में आज दस्तक दे सकता है मॉनसून
दक्षिण पश्चिम मॉनसून पूर्वानुमान से एक दिन पहले गुरुवार को केरल तट और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने बुधवार को कहा, अगले 24 घंटों के दौरान केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगमन के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी रहेंगी। मौसम कार्यालय ने 15 मई को केरल में 31 मई तक मॉनसून के दस्तक देने का अनुमान जताया था।
किस राज्य में कब दस्तक देगा मॉनसून
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे चक्रवात रेमल ने मॉनसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया है, जो पूर्वोत्तर में मॉनसून के जल्दी आने का एक कारण हो सकता है। अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मॉनसून के आगमन की सामान्य तिथि पांच जून है। विभाग ने कहा, इस अवधि के दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव, कोमोरिन, लक्षद्वीप के शेष हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
यहां बारिश के आसार
मौसम विभाग ने कहा, एक ताजा विक्षोभ पश्चिमोत्तर क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इसके प्रभाव से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में दो जून तक गरज के साथ बौछार, बिजली कड़कने और अलग-अलग स्थानों पर बारिश हो सकती है।
शिमला में गर्मी ने तोड़ा एक दशक का रिकार्ड
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मैदानों की भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए शिमला की वादियों का रूख करने वाले सैलानियों को यहां भी गर्मी के थपेड़ों का सामना करना पड़ रहा है। शिमला में बुधवार को गर्मी ने पिछले एक दशक का रिकार्ड तोड़ दिया। शिमला का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री पर पहुंच गया है। यहां वर्ष 2014 के बाद पहली बार पारा 31 डिग्री पार गया है। शिमला में सबसे अधिकतम तापमान 27 मई 2010 को रिकॉर्ड किया गया था, जो 32.4 डिग्री रहा था। बुधवार को शिमला में लू चली और दोपहर के समय यहां के विख्यात मॉल रोड व रिज मैदान पर्यटकों से सूने नजर आए। शाम के समय ही माल रोड और रिज मैदान पर पर्यटकों का जमावड़ा लगता है।
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