इंदौर। नदी-नालों के आसपास से कब्जे हटाने की शुरुआत नगर निगम और प्रशासन की टीम जल्द करेगी। इसके लिए जून के पहले सप्ताह से अलग-अलग टीमें नदी-नालों के आसपास निर्धारित दायरे के अंदर किए गए कब्जे चिह्नित करेंगी। इसके लिए प्र्रशासन के राजस्व विभाग और निगम के अधिकारियों की अलग-अलग टीमें गठित की जाएंगी। शहर के कई इलाकों में नदी-नालों के हिस्सों तक कब्जे कर लोगों ने अवैध रूप से न केवल मकान बना लिए हैं, बल्कि कई पक्के निर्माण भी कर लिए गए हैं, जिसके कारण बारिश के दौरान सबसे ज्यादा फजीहत होती है।
पूर्व में भी कई जगह निगम की टीमों ने नाले किनारों से कब्जे हटाने की कार्रवाई की थी, लेकिन वहां फिर धीरे-धीरे लोगों ने कब्जे कर मकान तान लिए। इनमें सर्वाधिक छत्रीबाग, मच्छी बाजार, तोड़ा, संजय सेतु, गाडराखेड़ी सहित कई अन्य इलाके शामिल हैं, जहां नदी-नाले के आसपास तक मकानों का निर्माण कर लिया गया है। हर बार बारिश के दौरान वहां के रहवासियों को प्रशासन और नगर निगम की टीम सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराती है। नगर निगम के अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन के मुताबिक 8 से 10 जून के आसपास से प्रशासन और नगर निगम की टीमें नदी-नालों के आसपास हुए कब्जों का सर्वे करने पहुंचेंगी और उन्हें चिह्नित करने के बाद कब्जे हटाए जाएंगे। इसके लिए प्रशासन के अधिकारियों की चर्चा हो चुकी है। साथ ही नगर निगम के कई विभागों के अधिकारी भी इस टीम में शामिल किए जाएंगे।
सर्वे टीम का यह रहेगा पैमाना
अपर आयुक्त जैन केमुताबिक नालों से 9 मीटर तक की परिधि में कोई भी कब्जा, अतिक्रमण चिह्नित किया जाएगा। इसके साथ ही नदी से 30 मीटर के दायरे में किया गया निर्माण भी अवैध माना जाएगा और इसी आधार पर जांच टीमें सर्वे करेंगी। इन सबकी रिपोर्ट अलग-अलग अधिकारियों द्वारा तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर निगम और प्रशासन का अमला पुलिस बल साथ लेकर ऐसे निर्माणों को हटाने की कार्रवाई कड़ाई से करेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved