नई दिल्ली (New Delhi)। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह (Former Chief Minister of Punjab Beant Singh)के दोषी हत्यारों में से एक जगतार सिंह तारा(Jagtar Singh Tara) को यूएपीए के तहत(under uapa) 12 साल पहले दर्ज एक मामले (a case registered)में गुरुवार को बरी कर दिया गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य कुलबीर सिंह बारापिंड और दो अन्य को 2014 में ही इस मामले में बरी कर दिया गया था। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धरम पॉल सिंगला की अदालत ने जगतार सिंह के खिलाफ मामला साबित करने में विफल रहने के आधार पर उन्हें बरी कर दिया।
आपको बता दें कि जगतार सिंह तारा को 2010 में थाईलैंड में गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ दूसरे दोषियों को पैसे भेजने और सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।
जगतार सिंह तारा को 31 अगस्त, 1995 को चंडीगढ़ के सचिवालय परिसर में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। उसे कुछ समय पहले थाईलैंड से गिरफ्तार किया गया था। तारा 2004 से फरार था। वह अन्य हत्यारों जगतार सिंह हवारा, परमजीत सिंह भियोरा और उनके साथी देव सिंह के साथ सुरंग खोदकर उच्च सुरक्षा वाली बुड़ैल मॉडल जेल से भाग गया था।
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