नई दिल्ली. बांग्लादेश (bangladesh) की सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग (ruling party awami league) के सांसद (mp) अनवारुल अजीम अनवर (anwarul azim anwar) की कोलकाता (kolkata) में हत्या का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. इस मामले की जांच बंगाल की सीआईडी (cid) को सौंप दी गई है. लेकिन अब इस मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि सांसद के बचपन के दोस्त और उनके बिजनेस पार्टनर (business partner) ने ही इस हत्या को अंजाम दिया था.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश पुलिस का कहना है कि सांसद अनवारुल के बचपन का दोस्त और बिजनेस पार्टनर अकतारुज्जमान शाहीन ही मुख्य साजिशकर्ता है. अनवारुल के एक और दोस्त अमानुल्लाह अमान की इस हत्या को अंजाम देने में भूमिका रही.
पुलिस का कहना है कि सांसद अनवारुल की हत्या की साजिश रचने के लिए शाहीन कोलकाता गया था. वह कोलकाता में हत्या की योजना को अंतिम रूप देने के बाद बांग्लादेश आ गया था. बाद में अमान सहित छह लोगों ने अनवारुल की तकिये से मुंह दबाकर उनकी हत्या कर दी. बाद में उनके शव के टुकड़े कर उन्हें ट्रॉली बैग में रखकर अज्ञात जगह पर फेंक दिया गया. जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच ने इस हत्या की साजिश का पर्दाफाश किया है. इस मामले में तीन लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
अनवारुल की बेटी मुमतारिन फिरदौस डोरिन ने बुधवार को शेर-ए-बांग्ला नगर पुलिस थाने में हत्या को लेकर मामला दर्ज कराया था. उसी समय कोलकाता में भी एक अलग मामला दर्ज करने की तैयारी की जा रही थी, जहां पुलिस ने अनवारुल के शव के टुकड़ों को ले जा रहे एक कार ड्राइवर को गिरफ्तार किया था.
कैसे रची गई सांसद की हत्या की साजिश?
जांच के मुताबिक, अकतारुज्जमान शाहीन ने कारोबारी रंजिश के चलते सांसद अनवारुल की हत्या की योजना बनाई थी. शाहीन झेनईदह (Jhenaidah) का रहने वाला है. उसके पास अमेरिका की भी नागरिकता है. उसका भाई झेनईदह के कोटचांदपुर म्युनिसिपैलिटी का मेयर है. बता दें कि अनवारुल झेनईदह से ही सांसद थे.
शाहीन 30 अप्रैल को अमान और उसकी एक महिला मित्र सिलिस्टा रहमान के साथ कोलकाता गया था. इन्होंने कोलकाता के सांजिबा गार्डन में एक डुप्लेक्स किराये पर लिया. शाहीन के दो सहयोगी सियाम और जिहाद पहले से ही कोलकाता में थे. इन्होंने साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. शाहीन 10 मई को बांग्लादेश लौट गया. उसने हत्या की पूरी जिम्मेदारी अमान पर सौंप दी. योजना के मुताबिक, अमान ने बांग्लादेश से दो और हिटमैन कोलकाता बुलाए. फैजल शाजी और मुस्ताफिज 11 मई कोलकाता गए और इस साजिश में शामिल हो गए.
कैसे की गई सांसद की हत्या?
इंटेलिजेंस अधिकारियों के मुताबिक, अमान से मिली जानकारी के अनुसार शाहीन को पहले से ही पता था कि सांसद 12 मई को कोलकाता जाएंगे. उसने अमान से हत्या की सभी तैयारियां करने को कहा. इन्होंने हत्या के लिए कुछ तेजधार हथियार भी खरीद लिए थे. सांसद अनवारुल 12 मई को दर्शन बॉर्डर के जरिए कोलकाता गए. वह पहले दिन अपने दोस्त गोपाल के घर पर रुके. इस बीच हत्यारे ने उन्हें 13 मई को अपने फ्लैट पर बुलाया.
अनवारुल 13 मई को संजीबा गार्डन में अमान के अपार्टमेंट में गया. इस बीच अमान ने अपने साथियों फैजल, मुस्ताफिज, सियाम और जिहाद के साथ मिलकर उन्हें दबोच लिया. उन्होंने अनवारुल से शाहीन को पैसे लौटाने को भी कहा. इसी गहमागहमी में उन्होंने तकिये से मुंह दबाकर अनवारुल की हत्या कर दी. हत्या के बाद अमान ने इसकी जानकारी शाहीन को दी.
इंटेलिजेंस अधिकारियों ने अमान से मिली जानकारी के आधार पर बताया कि शाहीन के कहने के अनुसार ही अनवारुल के शव के टुकड़े किए गए ताकि उन्हें आसानी से ठिकाने लगाया जा सके. इसके लिए फ्लैट के पास के एक शॉपिंग मॉल से दो बड़े ट्रॉली बैग और पॉलिथिन खरीदे गए. इन पॉलिथिन बैग और ट्रॉली में शव के टुकड़ों को रखा गया.
घटना की रात शव के टुकड़ों को फ्लैट में ही रखा गया. इस बीच हत्यारे बाहर से ब्लीचिंग पाउडर लेकर आए और उससे फ्लैट में खून के धब्बों को साफ किया. सूत्रों का कहना है कि कोलकाता पुलिस के पास उस फ्लैट और आसपास की बिल्डिंग की सीसीटीवी फुटेज है. इन फुटेज से पता चलता है कि अमान और उसके सहयोगी ट्रॉली बैग और फ्लैट के बाहर रखे सांसद अनवारुल के जूते लेकर जा रहे हैं. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज से ही पता चला कि शाहीन की महिला मित्र बाहर से पॉलिथिन बैग और ब्लीचिंग पाउडर लेकर आ रही है. हत्या के बाद अमान के कहने पर उसके दो सहयोगी सांसद अनवारुल के दोनों फोन लेकर अलग-अलग दिशाओं में गए ताकि जांचकर्ताओं को सांसद की लोकेशन को लेकर भ्रमित किया जा सके. बाद में 17 मई को फैजल और मुस्ताफिज बांग्लादेश लौट गए.
पांच करोड़ टका का कॉन्ट्रैक्ट
अमान के मुताबिक, अकतारुज्जमान शाहीन सांसद की हत्या के लिए पांच करोड़ टका तक की रकम देने को तैयार था. उसने हत्या से पहले आरोपियों को कुछ पैसे भी दिए थे. वह बाकी की रकम हत्या के बाद देने वाला था. हत्या के बाद अमान ढाका लौट गया, जहां वह शाहीन से मिला. अधिकारियों का कहना है कि अमान मोहम्मदपुर में अपनी बहन के घर पर छिपा था. उसे वहीं से गिरफ्तार किया गया.
अमेरिका भाग गया है मुख्य आरोपी शाहीन
सूत्रों का कहना है कि अकतारुज्जमान शाहीन सांसद की हत्या की योजना बनाने के बाद 10 मई को ढाका लौट गया था. जब सांसद के लापता होने की खबर देशभर में सुर्खियों में आ गई तो वह 18 मई को भारत से होता हुआ नेपाल गया. वह 21 मई को नेपाल से दुबई के लिए रवाना हुआ. वह 22 मई को दुबई से अमेरिका चला गया.
गोल्ड स्मगलिंग से जुड़े हैं हत्या के तार
अधिकारियों का कहना है कि सांसद अनवारुल की हत्या के पीछे गोल्ड स्मगलिंग के पैसे के बंटवारे से जुड़ा विवाद है. अकतारुज्जमान शाहीन गोल्ड स्मगलर है और कहा जा रहा है कि सांसद अनवारुल पर भी गोल्ड स्मगलिंग के आरोप लगे हैं. बता दें कि अनवारुल 2014, 2018 और 2024 लगातार तीन बार से झेनदेई-4 निर्वाचन क्षेत्र से अवामी लीग के टिकट पर सांसद चुने गए थे.
12 मई को कोलकाता आए थे बांग्लादेशी सांसद
बता दें कि बांग्लादेशी सांसद इलाज कराने के लिए 12 मई को कोलकाता पहुंचे थे. वह कोलकाता में अपने एक दोस्त के घर पर थे. लेकिन 13 मई की दोपहर यह कहकर निकले थे कि उनका डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट है और वह रात के खाने के लिए घर वापस आ जाएंगे. इसके छह दिन बाद बिस्वास ने पुलिस में 18 मई को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी.
बिस्वास ने आरोप लगाया कि उस दिन बाद में उन्हें सांसद के फोन से एक व्हाट्सएप मैसेज मिला था, जिसमें कहा गया था कि वह कुछ जरूरी काम से दिल्ली जा रहे हैं और वह उन्हें फोन न करें. 15 मई की सुबह, उन्हें सांसद से एक और मैसेज मिला, जिसमें पुष्टि की गई कि वह दिल्ली पहुंच गए हैं और वीआईपी लोगों के साथ हैं. बिस्वास ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी सांसद 17 मई से संपर्क में नहीं थे, जिसके कारण उन्हें एक दिन बाद पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करानी पड़ी.
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