नई दिल्ली (New Delhi) । लोक सेवा आयोग (Public Service Commission) की समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) भर्ती परीक्षा (Recruitment Exam) के पेपर लीक प्रकरण (Paper Leak Case) में आरोपियों पर दोहरा शिकंजा कसने वाला है। इस फर्जीवाड़ा का खुलासा करने वाली कौशाम्बी पुलिस ने पकड़े गए दस आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। वहीं, सिविल लाइंस थाने में दर्ज मुकदमे की जांच कर रही एसटीएफ जल्द ही आरोप पत्र दाखिल करने वाली है। अभी इस केस में सुभाष प्रकाश की तलाश जारी है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को कराई गई थी। पेपर लीक होने पर आयोग के सचिव ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस केस का लखनऊ एसटीएफ और कौशाम्बी पुलिस ने खुलासा किया। एसटीएफ ने आयुष पांडेय, पुनीत सिंह, नवीन सिंह, अमित सिंह, यूपी पुलिस से बर्खास्त सिपाही अरुण कुमार सिंह, स्कूल संचालक सौरभ शुक्ला, व्यापम घोटाले के आरोपी रहे डॉ. शरद कुमार सिंह, अभिषेक शुक्ला, स्कूल प्रबंधक कमलेश कुमार पाल, बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग के परीक्षा नियंत्रक अर्पित विनीत जसवन्त और मेजा के राजीव नयन मिश्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें राजीव नयन को छोड़कर दस आरोपियों पर आरोप पत्र दाखिल हो चुका है। राजीव नयन पर तीन आरोप पत्र दाखिल होगा। उसके खिलाफ सिपाही भर्ती में मेरठ पुलिस भी कार्रवाई कर रही है। इसी तरह जितने आरोपी सिपाही भर्ती में शामिल होंगे, उनपर दोहरा शिकंजा सकेगा। बता दें कि सिविल लाइंस थाने में दर्ज केस की जांच भी अब एसटीएफ को सौंपी गई है। एसटीएफ विवेचना करके आरोप पत्र दाखिल करेगी।
11 फरवरी को लीक हुआ था आरओ-एआरओ का पेपर
आपको बता दें कि आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने परीक्षा को रद्द करने का ऐलान किया था। आर-एआरओ भर्ती 2023 प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 11 फरवरी 2024 को किया गया था। आरआ-एआरओ परीक्षा रद्द करने को लेकर अभ्यर्थियों ने कई दिनों तक प्रदर्शन किया था। छात्रों की मांग को देखते हुए सरकार ने अभ्यर्थियों से पेपर लीक के सबूत या इस संबंध में शिकायत देने को कहा था। इसके बाद अंतत: परीक्षा रद्द करने का फैसला किया गया था।
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