इंदौर। इंदौर नगर निगम (municipal corporation) ने शहर के पशु प्रेमियों (animal lovers) की मांग पर शहर के स्ट्रीट डॉग्स के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट (pilot project) की शुरुआत की है। निगम ने पहले चरण में 50 जगह फीडिंग पॉट्स (feeding pots) के साथ ही वाटर पॉट्स लगाए है, ताकि उन्हें खाना-पानी मिल सके। हालांकि, पशु प्रेमियों की इस मांग पर निगम के लगाए गए पॉट्स की और खाना-पानी रखने की जिम्मेदारी उस क्षेत्र के पशु प्रेमियों को ही उठानी होगी।
शहर में स्ट्रीट डॉग्स के साथ ही अन्य पशुओं के लिए काम कर रहे वॉलेंटियर्स ने पिछले दिनों तत्कालीन निगमायुक्त हर्षिका सिंह की उपस्थिति में शहर में बढ़ती डॉग बाइट्स को लेकर हुई मॉनिटरिंग मीटिंग में नगर निगम के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि स्ट्रीट डॉग्स खाना-पानी न मिलने की वजह से आक्रामक हो रहे हैं और लोग डॉग बाइट्स का शिकार हो रहे हैं। अगर इनके लिए खाने के साथ ही पीने के लिए पानी का इंतजाम किया जाए, तो शहर में डॉग बाइट की घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। नगर निगम ने इस प्रस्ताव पर काम करते हुए पिछले दिनों इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। पायलट प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम ने उन क्षेत्रों को आईडेंटिफाई किया है, जो डॉग बाइट में हॉट स्पॉट रहे हैं। नगर निगम इनीशिएट लेते हुए फिलहाल 50 जगह स्ट्रीट डॉग्स के लिए फीडिंग और वाटर पॉट्स लगा रहा है, जो पाइप से बने हुए हैं। नगर निगम के सहयोग से शहर में एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम (एबीसी प्रोग्राम) चला रही दोनों संस्थाओं ने अब तक इन पॉट्स को किला मैदान, मरीमाता, एमओजी लाइन के वेटरनरी हॉस्पिटल, जीपीओ, पत्थर गोदाम क्षेत्र में लगाया है। सकारात्मक परिणाम मिलने पर पूरे शहर में इस तरह के पॉट्स लगाए जाएंगे।
स्थानीय पशु प्रेमी करेंगे निगरानी… खाना-पानी रखेंगे
पीपुल फॉर एनिमल्स की प्रियांशु जैन ने बताया कि प्रस्ताव सभी पशु प्रेमियों की और से रखा गया था, इसलिए जहां-जहां भी ये पॉट्स लगाए गए है, वहां पर स्थानीय पशु प्रेमी ही इन पॉट्स में खाना-पानी रखने की व्यवस्था करेंगे। साथ यह भी देखेंगे कि इसका कितना असर हो रहा है। हालांकि, हम जानते हैं कि इसके बाद एक बड़ा फर्क आएगा।
मांग कुछ और मिले बस पॉट्स
खाने और पानी के बिना आक्रामक हो रहे, तो कोई व्यवस्था की जाए, लेकिन फिलहाल निगम ने बस पॉट्स (पाइप से बने) लगा दिए और उसमें खाना-पानी रखने की जिम्मदारी स्थानीय फीडर्स पर ही आ गई। कुछ पशु प्रेमियों का कहना है कि डॉग्स के लिए खाना और पीने के पानी का इंतजाम तो स्थानीय फीडर्स करते ही आ रहे हैं। निगम को खाने के साथ ही पानी रखने की जिम्मेदारी भी लेनी थी, लेकिन निगम ने बस पाइप से बने ये पॉट्स लगाकर दे दिए।
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