नई दिल्ली (New Delhi)। सीएए (CAA) यानी नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) की अधिसूचना जारी होने के बाद बुधवार को पहली बार 14 लोगों को सीएए के तहत नागरिकता (14 people citizenship CAA) मिली और उन्हें उनके सिटीजनशिप सर्टिफिकेट (Citizenship Certificate) सौंप दिए गए. लिहाजा अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रताड़ित गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारत की नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
भारत में कई साल से रह रहे शरणार्थियों के हाथ में बुधवार को जब नागरिकता का प्रमाणपत्र आया तो उनका चेहरा खिल उठा. भारत की नागरिकता को वे एक ‘नया जन्म’ मान रहे हैं और भारत सरकार को धन्यवाद दे रहे हैं।
‘हमें नया जन्म मिल गया’
भारत कुमार ने कहा कि हमें ऐसा महसूस हो रहा है जैसे इंडिया आकर हमारा एक नया जन्म हो गया. हमें नागरिकता मिल गई उससे ज्यादा हमें सरकार से और कुछ नहीं चाहिए. मोदी जी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहते हैं जो हमें आज नागरिकता मिल गई. हमें इस दिन का 10-12 साल से इंतजार था. उन्होंने कहा कि उनका परिवार पाकिस्तान के सिंध प्रांत में धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत आया था।
पाकिस्तान के हालात पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि पाकिस्तान में लोग किस तरह की जिंदगी जी रहे हैं. उन्होंने बताया, ‘पाकिस्तान में पढ़ाई-लिखी नहीं है. हम कभी पाकिस्तान में स्कूल नहीं गए. जो भी थोड़ा-बहुत पढ़े भारत आकर ही पढ़े। दिल्ली में उनका परिवार मजनू का टीला इलाके में रहता है और छोटे-मोटे व्यवसाय में लगा हुआ है. उन्होंने बताया कि बुधवार को उनके इलाके में कुल पांच लोगों को भारतीय नागरिकता मिली, जबकि सौ से अधिक लोगों ने इसके लिए आवेदन किया था. हमें बताया गया कि बाकी आवेदकों को भी सही समय पर नागरिकता मिल जाएगी।
मजनू का टीला इलाके में ही रहने वाले सीतल दास अपनी आजीविका चलाने के लिए मोबाइल फोन कवर बेचते हैं. उन्होंने कहा कि उनका 19 लोगों का परिवार भी 2013 में पाकिस्तान के सिंध से आया था और उनमें से तीन को नागरिकता मिल गई है. ‘मैं बहुत खुश हूं. सरकार ने हमारी इच्छा पूरी कर दी है. अब मैं भारत में सम्मानजनक जीवन जी सकता हूं।
देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह इस बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे क्योंकि वोटर लिस्ट में उनका नाम शामिल करने का समय पहले ही खत्म हो चुका है. मैं एक भारतीय के तौर पर अगले चुनाव में निश्चित रूप से मतदान करूंगा।
पीएम मोदी का जताया आभार
पाकिस्तान के सिंध से आईं यशोदा ने कहा कि वह अब एक भारतीय के रूप में सम्मानजनक जीवन जी सकती हैं. उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि भारतीय राष्ट्रीयता से अब उनके परिवार और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा।
सिटीजनशिप सर्टिफिकेट पाने वाले एक दूसरे आवेदक हरीश कुमार ने बताया, ‘मैं पिछले 13-14 साल से दिल्ली में रह रहा हूं. यह एक सपने के सच होने जैसा है. मैं बहुत खुश हूं. यह मेरे लिए एक नया जीवन है. मैं केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं।
एक अन्य आवेदक अर्जुन ने कहा, ‘मैं 2014 में दिल्ली आया था. इससे पहले मैं 4 साल तक गुजरात में रहा. मुझे बहुत खुशी है कि मुझे नागरिकता मिल गई. मैं पढ़ाई नहीं कर सका क्योंकि मेरे पास सर्टिफिकेट नहीं थे. मैं छोटी नौकरियां कर रहा था. अब, कम से कम मेरे बच्चे पढ़ सकेंगे. मैं पीएम मोदी और अमित शाह का आभारी हूं।
पहली बार 14 लोगों को सिटीजनशिप सर्टिफिकेट सौंपे जाने पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘आज गृह मंत्रालय ने शुरुआती 14 लोगों को सर्टिफिकेट दिया है. मैं 14 के 14 शरणार्थियों को अभिनंदन देना चाहता हूं. सीएए मोदी जी का वादा है. इस देश में जो भी शरणार्थी जहां पर भी होंगे सबको हम नागरिकता देंगे।
14 लोगों को सौंपे गए प्रमाण पत्र
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने एक पोर्टल के माध्यम से उनके आवेदन ऑनलाइन संसाधित होने के बाद 14 लोगों को प्रमाण पत्र सौंपे. साथ ही आवेदकों को नागरिकता संशोधन अधिनियम की महत्वपूर्ण बातें भी बताईं. इस मौके पर सचिव, डाक, निदेशक और भारत के रजिस्ट्रार जनरल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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