नागदा। जमीन का सौदा कर रजिस्ट्री करने के बाद पूरा पैसा क्रेता की तरफ से नहीं आया तो खरसौद के एक युवक ने अपनी मौसी के खेत पर जान देने की कोशिश की। गंभीर हालत में युवक का इलाज जनसेवा में चल रहा है। घटनाक्रम रविवार सुबह करीब 9.30 बजे का है। मामले की सूचना मंडी पुलिस को दी जा चुकी है। अब पुलिस पीडि़त के बयान लेकर आगे की कार्रवाई करेगी।
दरअसल, कंकुबाई चंद्रवंशी निवासी टीआईटी रोड रतलाम, कचरु चंद्रवंशी निवासी टीआईटी रोड रतलाम, गुड्डीबाई पति बापू निवासी निंबोदियाकला, कमलाबाई पति लक्षमण की लगभग 8 बीघा जमीन भाटीसुड़ा में थी। कमलाबाई की मौत के बाद उनकी जगह वारिस उनका बेटा भरत पिता लक्ष्मण है। इस जमीन का सौदा भरत ने पारदी सरपंच ईश्वर, जीवन, अमरू व राहुल के माध्यम से 65 लाख 62 हजार 500 रुपए में आत्माराम पिता गणपतलाल परमार निवासी बिराखेड़ी तहसील बडऩगर से किया है। 1 अप्रैल 2024 को जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। रजिस्ट्री के बाद विक्रेता के हाथ में केवल 20 लाख रुपए नकद आए हैं। साढ़े सात लाख रुपए के दो चेक थे जो बाउंस हो चुके हैं। चूंकि यह पैसा चार हिस्सों में बंटना था। ऐसे में समय पर रुपया नहीं आने पर विवाद की स्थिति बन रही थी। इसी विवाद के चलते रविवार सुबह 9.30 बजे भरत ने निंबोदिया अपनी मौसी के खेत पर जहर खा लिया। गंभीर हालत में भरत को जनसेवा लाया गया। जहाँ उसका इलाज चल रहा है।