तेल अवीव: इजरायल (Israel) ने राफा (Rafah) में अपने हमले तेज करने का फैसला लिया है। गाजा (Gaza) के दूसरे हिस्सों पर इजरायल के हमलों के बाद राफा इस समय लाखों लोगों की शरणस्थली बना हुआ है। इजरायल लगातार राफा पर हमले की बात कह रहा है तो अमेरिका (America) इसका विरोध कर रहा है। राफा पर हमले को लेकर अमेरिका के साथ इजरायल का तनाव भी बढ़ रहा है। अमेरिका ने राफा पर हमले से पैदा होने वाले मानवीय संकट की ओर इशारा करते हुए इसका विरोध किया है। दूसरी ओर इजरायल ने अमेरिका के विरोध को दरकिनार कर राफा में रह रहे लोगों से शहर खाली करने को कहा है।
अमेरिका ने इजरायल के राफा पर हमले की जिद पर विरोध जताते हुए उसको भेजी जाने वाली बमों की बड़ी खेप को रोक दिया है। इजरायल इन बमों को राफा में इस्तेमाल कर सकता था। अमेरिका ने समीक्षा के बाद इजरायल को हथियारों की ये खेप रोक दी। इजरायल और हमास के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद ये पहली बार है, जब अमेरिका ने इजराइल को भेजे जाने वाले हथियारों की खेप रोकी है। इजरायली सेना के राफा में एंट्री के बाद अमेरिका ने ये फैसला लिया है।
अमेरिका में बढ़ते प्रदर्शन बन रहे बाइडन की परेशानी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इजरायल के दृढ़ सहयोगी और समर्थक रहे हैं लेकिन देश में बढ़ते इजरायल विरोध प्रदर्शन उनके लिए मुश्किल खड़ी कर रहे हैं। ऐसे में बाइडन प्रशासन ने इजरायली लड़ाकू विमानों के लिए हथियार और करीब तीन हजार बम भेजना बंद कर दिया है। माना जा रहा है कि गाजा में बढ़ता मानवीय संकट से बाइडन की खराब छवि बन रही है। इसी साल बाइडन को चुनाव में जाना है। इजरायल को समर्थन से उनको जनमत हासिल करने में दिक्कत हो सकती है। इसी को देखते हुए वह अपने साथ पीछे खींचते दिख रहे हैं।
राफा पर अटैक से इजरायल पर भड़का अमेरिका, रोक दी घातक बमों की सप्लाई
अमेरिका के विरोध के बवाजूद इजरायल ने अपने सैन्य अभियान को बढ़ाने के लिए गाजा के दक्षिणी शहर राफा को खाली करने का नया आदेश जारी किया है। राफा को हमास का आखिरी गढ़ माना जाता है। इजरायल के आदेशों के बाद वहां शरण लिए हुए 10 लाख से अधिक नागरिकों में से लगभग 3,00,000 लोग शहर छोड़कर चले गए हैं। इजरायल ने अब राफा के पूर्व के तिहाई हिस्से को खाली करा दिया है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य ने चेतावनी दी है कि इजरायल की योजना के अनुसार राफा पर पूरी तरह से आक्रमण होने से मानवीय कार्य ठप हो जाएंगे और हताहतों की संख्या में भारी वृद्धि होगी।
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