नई दिल्ली (New Delhi)। रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास के बीच महायुद्ध (Russia-Ukraine and Israel-Hamas world war) में हम दुनिया को जलते हुए देख रहे हैं। लाखों लोगों के कत्लेआम और अमूल्य संपदा के खास होने के बावजूद तीसरे महायुद्ध का खतरा बढ़ गया है। मुस्लिम देश ईरान ने धमकी दी है कि अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से नहीं चूकेगा। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अगर उसे इजरायल से खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु युद्ध नीति को लेकर खाई अपनी कसम भूल जाएगा।
पिछले कुछ महीनों से इजरायली हुकूमत हमास आतंकियों को जड़ से खत्म करने के चक्कर में पूरी दुनिया से पंगा लेने पर लगी है। पहले उसने गाजा शहर में कत्लेआम मचाया और अब हमास को खत्म करने के लिए राफा में नरसंहार के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। हमास को चोट पहुंचाने के लिए इजरायल उसके कथित दोस्तों को भी निशाना बना रही है। ईरान के कमांडरों को हवाई हमले में मौत के घाट उतारकर इजरायल इस मुस्लिम देश से पंगा ले चुका है। जवाब में ईरान ने भी काउंटर अटैक कर दुश्मनी को और हवा दे दी। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार ने कहा है कि इजरायल से तेज होती दुश्मनी ने उसे अपनी परमाणु नीति को बदलने पर मजबूर कर दिया है। ईरान ने जोर देकर कहा है कि अगर इजरायल उसके लिए खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी पीछे नहीं हटेगा।
खामेनेई के सलाहकार कमल खर्राज़ी ने बड़ा बयान देकर तीसरे महायुद्ध की संभावना को बढ़ा दिया है। खर्राजी ने ईरान के परमाणु सिद्धांत में बदलाव का संकेत दिया है। कहा कि ईरान ऐसा नहीं करना चाहता लेकिन, अगर उसे अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ तो वह परमाणु हमले से भी नहीं चूकेगा। खर्राजी ने कहा, “परमाणु बम बनाने का हमारा कोई निर्णय नहीं है, लेकिन अगर ईरान को इजरायल से खतरा महसूस होता है तो हमारे पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा।”
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