इंदौर। राज्य शिक्षा केंद्र पांचवी आठवीं की परीक्षा बोर्ड पद्धति पर विगत 3 वर्षों से ले रहा है लेकिन आधी अधूरी तैयारी के चलते हमेशा विभाग की किरकिरी हुई है परिणाम जारी करने के बाद प्रोविजनल मार्कशीट जो ऑनलाइन जारी होती है उसमें गलतियों का खामियांजा अभिभावक और विद्यार्थिय करते आए है इस बार भी प्रोविजनल मार्कशीट में त्रुटियां हुई है इसे सुधार के लिए मात्र 6 दिन का समय दिया गया है जो कल तक रहेगा।
राज्य शिक्षा केंद्र के भोपाल में बैठे आला अधिकारी की व्यवस्थाएं हमेशा कमजोर रहीं है पांचवी आठवीं का परिणाम विभाग के लिए 3 वर्षों से परेशानी का कारण बना हुआ है। प्रदेश में तकरीबन 24 लाख विद्यार्थी इन दोनों परीक्षाओं में शामिल हुए थे इंदौर जिले से एक लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने अपनी सहभागिता की थी। दोनों ही बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जारी करें ढाई सप्ताह का समय होने को आया है तकरीबन 10 दिनों के बाद अंक सूची में त्रुटि सुधार के लिए निर्देश जारी हुए लेकिन सिर्फ 6 दिन का समय दिया गया 10 मई तक जिन विद्यार्थियों के नाम ,पिता का नाम, जन्म तारीख , नंबरों में गलती है या कोई और त्रुटि है तो इसके लिए सुधार किया जाएगा। बीआरसी स्तर पर गलतियों में सुधार के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया की जा रही है लेकिन इतने कम समय में हजारों विद्यार्थियों की अंकसूची त्रुटि दूर करना संभव नहीं है इसलिए समय बढ़ाने की मांग की जा रही है।
नेटवर्किंग फिर समस्या, बीआरसी परेशान
प्रोविजनल मार्कशीट में सुधार के लिए बीआरसी स्तर पर अभिभावक और विद्यार्थियों को अपनी जानकारी उपलब्ध कराना है और उन्हें अंक सूची को लेकर किसी प्रकार की दिक्कत है तो वह समस्या दर्ज करना है। ऑनलाइन जानकारी राज्य शिक्षा केंद्र के पोर्टल पर भेजी जाएगी लेकिन कई जगह नेट की स्पीड नहीं मिलने से नेटवर्किंग की समस्या के चलते त्रुटी सुधार में बाधा बनी हुई है।
अधिकारी नहीं दे पा रहे जवाब…क्यों हुई गलती…?
ऑनलाइन जारी हुई प्रोविजनल मार्कशीट में लगातार तीन वर्षों से त्रुटियां हो रही हैं। इतनी बड़ी खामियों को लेकर अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं है। जिले के अलावा ब्लाक स्तर व बीआरसी भी परेशान हैं, क्योंकि त्रुटि सुधार बीआरसी को करना होता है। गत वर्ष त्रुटि सुधार के बाद मूल अंक सूची प्रदान करने में 6 से 7 महीने का समय राज्य शिक्षा केंद्र को लगा था।
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