भोपाल। प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के पहले चरण में कम मतदान (voting) होने के बाद भाजपा (BJP) नेतृत्व ने मंत्रियों को उनके क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की चेतावनी दी थी। इसके बाद दूसरे चरण में 10 फीसदी तक मतदान घट गया। हालांकि तीसरे चरण (Third stage) में मतदान का प्रतिशत पिछली बार के लगभग बराबर पहुंच गया। तीसरे चरण की 9 लोकसभा सीटों से सरकार में 11 मंत्री आते हैं। इनमें से 8 मंत्री शाह की परफॉर्मेंस पर खरे नहीं उतरे। हालांकि 38 भाजपा विधायकों में से 19 ऐसे हैं, जिनके क्षेत्र में संसदीय सीट के औसत से ज्यादा वोटिंग हुई है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले 25 अप्रैल को भोपाल में प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में कहा कि जिन मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में मतदान कम होगा, उनका पद चला जाएगा। बदले में उन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा, जिनके क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। इसके बाद मंत्री, विधायक मतदान प्रतिशत बढ़ाने में जुट गए। प्रदेश में अभी तक तीनों चरणों में मतदान प्रतिशत 2019 के मुकाबले 5.50 फीसदी कम है। ्र्र
इन मंत्रियों के क्षेत्र में घटा प्रतिशत
विजय शाह: खंडवा जिले के हरसूद से मंत्री विजय शाह विधायक हैं। यह बैतूल लोकसभा में आता है। बैतूल में तो अच्छा मतदान हुआ, लेकिन हरसूद में सबसे कम मतदान हुआ।
एंदलसिंह कंषाना: मुरैना से मंत्री एंदलसिंह कंषाना विधायक हैं। यहां 54 फीसदी वोटिंग हुई। इसी लोकसभा के दिमनी से स्पीकर नरेंद्र तोमर विधायक हैं। कांग्रेस के रामनिवास रावत के आने के बाद भी मतदान नहीं बढ़ा।
प्रद्युम्नसिंह तोमर: ये ग्वालियर से विधायक हैं और सरकार में मंत्री हैं। इनके क्षेत्र में कम मतदान हुआ है।
नारायणसिंह कुशवाह: ये ग्वालियर दक्षिण से विधायक हैं। इनके क्षेत्र में भी कम मतदान हुआ।
कृष्णा गौर: भोपाल के गोविंदपुरा से विधायक और सरकार में मंत्री हैं। विधानसभा चुनाव में इन्होंने रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में इनके क्षेत्र में 2 फीसदी कम मतदान हुआ है।
राकेश शुक्ला: ये भिंड के मेहगांव से विधायक और सरकार में मंत्री हैं। इनके क्षेत्र में भी औसत से कम मतदान हुआ है।
विश्वास सारंग: भोपाल लोकसभा सीट पर नरेला से विधायक हैं। नरेला मंत्री विश्वास सारंग का क्षेत्र है, जहां औसत से कम वोट पड़े हैं। हालांकि सारंग के प्रभार क्षेत्र राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में मतदान का रिकॉर्ड बना है। यहां सबसे ज्यादा 76.04 फीसदी मतदान हुआ है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved