इंदौर। करीब दो महीने इंतजार के बाद रतलाम (Ratlam) रेल मंडल (Railway Division) उज्जैन-देवास-इंदौर-महू (Ujjain-Indore Mhow) रेल लाइन पर चलने वाली ट्रेनों (trains) का समय (time ) घटाएगा। उज्जैन-देवास-इंदौर रेल लाइन दोहरीकरण (doubling) परियोजना तो पूरी हो गई है और इंदौर-राऊ के बीच पहले से दोहरी लाइन उपलब्ध है। अब रेलवे राऊ-महू सेक्शन का दोहरीकरण कर रहा है, जिसके बाद ट्रेनों का रनिंग टाइम घटाने की कवायद शुरू होगी।
दोहरीकृत रेल लाइन बनने के बाद ट्रेनों की क्रॉसिंग का समय पूरी तरह बचेगा। अभी इंदौर-उज्जैन सेक्शन में अघोषित रूप से तो ट्रेनें जल्दी गंतव्य तक पहुंच रही हैं, लेकिन राऊ-महू सेक्शन में रनिंग टाइम जून से बचेगा। उसके बाद रेलवे समग्र रूप से पूरे करीब 100 किलोमीटर लंबे उज्जैन-इंदौर-महू सेक्शन पर आने-जाने वाली ट्रेनों का टाइम टेबल बदलेगा। जानकारों का कहना है कि अभी एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेन तो तय समय से पहले अगले स्टेशन पर पहुंच जाती हैं, लेकिन पैसेंजर ट्रेनों को जबरन छोटे-छोटे स्टेशनों पर रोका जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उनका टाइम टेबल सिंगल लाइन और क्रॉसिंग आदि के हिसाब से बनाया गया है। इस कारण लाइन खाली होने के बावजूद पैसेंजर ट्रेनों को छोटे स्टेशनों पर अनावश्यक रूप से खड़ा किया जाता है। जब नया टाइम टेबल लागू होगा तो इस रूट की सभी तरह की ट्रेनों का यात्रा समय घटेगा।
दोनों दिशाओं में बचेगा समय
जानकारों का कहना है कि दोहरीकरण के बाद नया टाइम टेबल लागू होने से 79 किलोमीटर लंबे इंदौर-उज्जैन सेक्शन में ट्रेनों का सफर 15-20 मिनट या इससे ज्यादा-कम हो सकेगा। इंदौर-महू सेक्शन करीब 22 किलोमीटर का ही है, इसलिए इसमें पांच-सात मिनट का समय बच सकता है।
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