वाशिंगटन. इस्लामोफोबिया (Islamophobia) के बढ़ते खतरे को देखते हुए अमेरिका (America) ने बड़ा कदम उठाया है. अमेरिका में मस्जिदों (mosques) और यहूदियों (Jewish) के धार्मिक स्थलों (religious places) की सुरक्षा के लिए फेडरल फंडिंग (Federal Funding) में काफी इजाफा किया है. बाइडेन सरकार (Biden government) ने इसके लिए अरबों रुपये की घोषणा की है.
जो बाइडेन सरकार ने अमेरिका में मस्जिदों और यहूदियों के धार्मिक स्थलों के लिए बड़ा कदम उठाया है. धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए अमेरकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फेडरल फंडिंग में अरबों रुपये (400 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 33 अरब) की घोषणा की है. फंडिंग में 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर का यह इजाफा यहूदी और मुस्लिम समुदायों के खिलाफ बढ़ते खतरों के कारण हुआ है.
फंड के लिए 21 मई तक करना होगा आवेदन
शूमर ने कहा कि हम फंडिंग जारी रखेंगे ताकि किसी भी धार्मिक स्थलों या मस्जिदों को डर के साये में न रहना पड़े, जिसके साथ वे अब रहते हैं. पिछले साल बाइडेन सरकार ने मस्जिदों और यहूदियों के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए 305 मिलियन अमेरिकी डॉलर (25 अरब रुपये) आवंटित किए थे. बता दें कि पहले राउंड फंड के लिए धार्मिक स्थलों को 21 मई तक आवेदन करना होगा.
न धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी
इस पूरे मामले में न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि न्यूयॉर्क शहर के तीन धार्मिक स्थलों और ब्रुकलिन म्यूजियम को शनिवार को ईमेल के जरिए से बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. इन धमकियों की वजह से दो धार्मिक स्थलों को खाली करना पड़ा. हालांकि, वहां कोई विस्फोटक नहीं मिला. बता दें कि इजराइल हमास जंग के कारण पूरी दुनिया में इस्लामोफोबिया काफी बढ़ गया है.
इस्लाम और मुसलमान के खिलाफ अपराध में वृद्धि
इस्लाम और मुसलमान के खिलाफ अपराध में वृद्धि देखी गई है. इससे निपटने के लिए दुनिया के कई देश अपनी फंडिंग बढ़ा रहे हैं ताकि पर इस पर कंट्रोल किया जा सके. कुछ महीने पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी यूनाइटेड किंगडम में मुसलमानों खिलाफ घृणा और अपराध में इजाफा हुआ है और ये पिछले साल की तुलना में 140 प्रतिशत अधिक है. इस पर शिकंजा कसने के लिए ब्रिटेन ने भी फंडिंग बढ़ाई थी.
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