नई दिल्ली (New Delhi) । अक्सर भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने बालों (Hairy) का ख्याल रखना भूल जाते हैं, जिससे हमारे बाल बेजान से हो जाते हैं, झड़ने लग जाते हैं। इसका मुख्य कारण है कि आपके बालों में केराटिन (keratin) यानी प्रोटीन (protein) की कमी होती है। हेयर एक्सपर्ट का कहना है कि बालों का हल्का होना, ज्यादा पानी सोखना यानी जल्दी सूखने लगना और फ्रीजी होना इस बात की तसदीक करते हैं कि हमारे बालों को पर्याप्त मात्रा में केराटिन नहीं मिल पा रहा है। इन तमाम समस्याओं से निपटने के लिए पिछले कुछ सालों में केराटिन ट्रीटमेंट की डिमांड बढ़ी है, जिसमें आर्टीफिशल तरीके से केराटिन की कमी को पूरा करने का काम किया जाता है।
क्या है केराटिन ट्रीटमेंट?
केराटिन एक तरह का प्रोटीन होता है, जो बालों और त्वचा की बाहरी सतह का निर्माण करता है। प्राकृतिक तौर पर यह हमारे खानपान और शरीर की जरूरत के हिसाब से हमें मिलता है। पर, धूल, प्रदूषण, बिगड़ी लाइफ स्टाइल के चलते यह हमारे शरीर में कम होने लग जाता है। नतीजा, बेजान बाल। जब हमारे बालों को प्राकृतिक तौर पर यह नहीं मिल पाता तो केराटिन ट्रीटमेंट से आर्टिफिशियल तौर पर बालों को केराटिन दिया जाता है। इससे बाल केराटिन को रिस्टोर कर लेते हैं और सिल्की, मुलायम और सीधे हो जाते हैं।
तो रहें ट्रीटमेंट से दूर
कुछ ऐसी स्थितियां होती हैं, जिसमें कोई काम करना आपकी मुसीबत को बढ़ा सकता है। यह बात केराटिन ट्रीटमेंट के मामले पर भी लागू होती है। ईशा की मानें तो अगर आप गर्भवती हैं, स्तनपान करवा रही हैं, आपको कोई त्वचा से संबंधी समस्या है, सांस से संबंधी समस्या है तो केराटिन ट्रीटमेंट से आपकी दूरी ही अच्छी है। ट्रीटमेंट लेने पर अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन, खांसी-जुखाम , उल्टी महसूस हो तो भी दोबारा इस ट्रीटमेंट के लिए नहीं जाना चाहिए।
इन बातों का रखें ख्याल
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