न्यू यॉर्क। अमेरिकी वायु सेना (us Air Force) ने अलास्का (Alaska) की हवाई सीमा तक पहुंचे दो रूसी टीयू-95एमएस लड़ाकू विमानों (Russian nuclear bomber) को खदेड़ने का दावा किया है। अमेरिकी वायु सेना के नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड ने बताया कि 2 मई, 2024 को अलास्का एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन के पास सक्रिय चार रूसी सैन्य विमानों का पता लगाया और उन्हें ट्रैक किया गया था। इसके बाद अमेरिकी एफ-16 विमानों (F-16 fighter jets) ने उड़ान भरी और रूसी लड़ाकू विमानों को दूर जाने पर मजबूत कर दिया। बताया गया कि रूसी परमाणु बमवर्षकों के साथ एसयू-35एस और एक एसयू-30एसएम लड़ाकू विमान भी उड़ान भर रहे थे।
अमेरिकी वायु सेना ने जारी किया बयान
एक बयान जारी कर कहा, रूसी विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में रहा और अमेरिकी या कनाडाई संप्रभु हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। अलास्का में यह रूसी गतिविधि नियमित रूप से होती है और इसे खतरे के रूप में नहीं देखा जाता है। इसके बावजूद अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी और उनकी आक्रामक कार्रवाइयों को रोकने पर मजबूर किया। अलास्का पहले सोवियत संघ का हिस्सा था, लेकिन एक समझौते के तहत सोवियत संघ ने इसे अमेरिका को सौंप दिया था। अलास्का की सीमा सीधे रूस से जुड़ती है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने विदेशी जेट की बात कबूली
रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दो टीयू-95एमएस ने अलास्का के पश्चिमी तट के पास बेरिंग सागर के तटस्थ जल के ऊपर 11 घंटे तक उड़ान भरी। इस दौरान हथियारों से लैस दो फ्लैंकर लड़ाकू विमानों ने सुरक्षा प्रदान की। उन्होंने बताया कि इस मिशन के मार्ग के कुछ चरणों में रणनीतिक बॉम्बर्स के साथ विदेशी देशों के लड़ाकू विमान भी शामिल थे। रूसी विदेश मंत्रालय ने उस विदेशी लड़ाकू विमानों के नाम का खुलासा नहीं किया है।
अमेरिकी एफ-16 के पीछे दिखा रूसी एसयू-35
सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक फुटेज में अमेरिका के ईल्सन एयर फोर्स बेस पर तैनात 18वें फाइटर इंटरसेप्टर स्क्वाड्रन के एक एफ-16सी विमान को दिखाया गया है। पूर्व में 18वीं एग्रेसर स्क्वाड्रन अलास्का में अमेरिकी वायु सेना की एक समर्पित एग्रेसर यूनिट थी, जिसे 2 फरवरी, 2024 को 18वीं एफआईएस का नाम दिया गया था।
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