नई दिल्ली (New Delhi) । निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने ओडिशा (Odisha) की वरिष्ठ नौकरशाह सुजाता आर. कार्तिकेयन (Sujata R. Karthikeyan) को पद के कथित दुरुपयोग की शिकायतों के बाद गुरुवार को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित (transfer) करने का आदेश दिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। कार्तिकेयन ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी बीजद नेता वी के पांडियन की पत्नी हैं।
उन्हें ऐसे पद पर स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया है जिस पर रहते हुए उनका जनता से कोई सीधा सम्पर्क नहीं होगा। कार्तिकेयन ओडिशा के मिशन शक्ति विभाग में आयुक्त सह सचिव के पद पर थीं। सूत्रों ने कहा कि पद के कथित दुरुपयोग की शिकायतों के बाद कार्तिकेयन को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कार्तिकेयन को उनके पद से हटाने के लिए निर्वाचन आयोग में याचिका दायर की थी। भाजपा ने उन पर राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) की प्रतिनिधि के रूप में काम करने का आरोप लगाया था। 8 मार्च 2001 को सीएम पटनायक ने मिशन शक्ति लॉन्च किया था, जिसका मकसद स्वयं सहायता समूहों के जरिए महिलाओं का सशक्तिकरण करना था।
भाजपा ने मांग की है कि कार्तिकेयन को विधानसभा और लोकसभा चुनाव खत्म होने तक कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी जानी चाहए, क्योंकि वह ‘बीजद को चुनावी फायदा पहुंचाने के लिए SVEEP के जरिए मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए सरकारी मशीनरी और मैन पॉवर का खुलकर दुरुपयोग कर रही थीं।’
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कहा है कि पांडियन का प्रदेश प्रशासन खासा प्रभाव है। इस प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और भाजपा नेता ओम पाठक शामिल हैं।
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