इंदौर। भाजपा एकतरफा मुकाबला होने के बावजूद मैदान में डटे रहना चाहती है। बूथों पर मतदान का प्रतिशत बढ़े और भाजपा का वोट बैंक भी इसके लिए इंदौर लोकसभा के सभी सवा दो हजार से अधिक बूथों पर प्रमुख कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं को जवाबदारी सौंपी गई है। भाजपा ने इंदौर लोकसभा से 8 लाख वोटों से जिताने का लक्ष्य रखा है। हालांकि अब कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी मैदान से हटने के बाद मुकाबला तो एकतरफा हो गया है, लेकिन भाजपा इस मौके को यूं ही नहीं गंवाना चाहती। भाजपा ने अब तैयारियां और तेज कर दी है। संगठन पहले से ही प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है और इसके लिए भाजपा नेताओं को मैदान में उतार दिया गया है।
इंदौर लोकसभा में कुल 2 हजार 226 मतदान केन्द्र हैं। इसमें 590 मतदान केन्द्र ग्रामीण क्षेत्र के भी शामिल हैं। इन सभी बूथों पर प्रभारियों की एक सूची तैयार की गई है। कोई भी नेता छोटा हो या बड़ा, उसे अपने क्षेत्र के बूथ पर जाकर 370 वोट आवश्यक रूप से बढ़ाना है। भाजपा कार्यालय में बने दीनदयाल भवन से सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके बूथों की जानकारी का पत्रक दिया गया है, जिसमें गत लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस को कितने वोट मिले, इसकी जानकारी दी गई है। वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को मिले वोट शेयर की जानकारी भी साझा की जा रही है, ताकि वे अपना टारगेट तय कर सके। इसके पहले ऐसे बूथों की जानकारी भी निकाली गई है, जहां से भाजपा को कम वोट मिलते हैं, वहां पहले ही भाजपा नेताओं को काम करने के लिए कह दिया गया है। अब देखना यह है कि एकतरफा मुकाबले में इतनी कसरत कर भाजपा 8 लाख वोटों से जितने का लक्ष्य प्राप्त कर पाती है या नहीं?
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