इंदौर। प्रदेश के राजनीतिक इतिहास (political history) में आज एक बड़ा घटनाक्रम (events) हो गया जब इंदौर लोकसभा (Lokshaba) से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम (Akshay bam) ने अपना नामांकन फॉर्म वापस ले लिया वे अपना नामांकन फॉर्म वापस लेने के लिए विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे हालांकि अभी उन्होंने आधिकारिक तौर पर भाजपा में जाने की पुष्टि नहीं की है।
आज सुबह ही अक्षय बम चोइथराम सब्जी मंडी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जनसंपर्क करने पहुंचे थे लेकिन उसके थोड़ी ही देर बाद चर्चा चली कि अक्षय बम अपना नामांकन फॉर्म वापस लेने जा रहे हैं। यह मध्यप्रदेश के राजनीतिक इतिहास की सबसे बड़ी घटना है जब किसी लोकसभा प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र वापस लिया है आज नामांकन फॉर्म वापस लेने की आखिरी तारीख भी थी। करीब 11.30 बजे अक्षय बम विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अपना नामांकन फॉर्म वापस ले लिया। इस बात की जानकारी कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को भी नहीं लग पाई। अब इंदौर लोकसभा में बड़े राजनीतिक दलों में केवल शंकर लालवानी ही भाजपा के प्रत्याशी के रूप में मैदान में नजर आएंगे। कांग्रेस ने डमी उम्मीदवार के रूप में पहले इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष मोतीसिंह पटेल का नामांकन दाखिल कराया था, लेकिन उनका नामांकन पहले ही दिन निरस्त हो गया था। इस तरह अब इंदौर लोकसभा पर कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार मुकाबले में नहीं है।
विजयवर्गीय बने सूत्रधार
सूत्रों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से अक्षय बम मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के संपर्क में थे और इस दल बादल में विजय वर्गी की ही महत्वपूर्ण भूमिका सामने आ रही है उन्होंने अपने खास सिपाही सालार विधायक रमेश मेंदोला को भी इसके लिए लगा रखा था आज सुबह मेंदोला के साथ में आने से संभावना प्रबल हो गई है कि वह भाजपा में जाएंगे।
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