नई दिल्ली (New Delhi)। टिकटॉक (TikTok) की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अमेरिका (America) ने चीन की कंपनी बाइटडांस (Chinese company ByteDance) से कहा है कि वह अपनी पूरी हिस्सेदारी किसी अमेरिकी कंपनी (American company) को बेच दें या फिर उसे बैन कर दिया जाएगा। ऐसे में टिकटॉक (TikTok) की दिक्कत बढ़ने वाली है।
अगर टिकटॉक को कोई अमेरिकी खरीदार नहीं मिला तो अमेरिका के लगभग 170 मिलियन यूजर्स (170 million users) को झटका लग सकता है, क्योंकि अमेरिका में इसका इस्तेमाल पूरी तरह से बंद हो जाएगा। टिकटॉक एप दुनिया के कई देशों में पहले से ही बैन है। कई देशों ने इसे राष्ट्रीय हित, प्राइवेसी और नैतिक चिंता जताते हुए इसे पूरी तरह से बैन कर रखा है।
भारत समेत इन देशों में बैन है टिकटॉक
टिकटॉक को बैन करने के मामले में भारत सबसे ऊपर आता है। भारत ने जून 2020 में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए टिकटॉक के साथ 58 एप्स को बैन कर दिया था। अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने 2022 में अपनी युवा आबादी को गुमराह होने से बचाने के लिए टिकटॉक को बैन कर दिया था। वहीं, ईरान भी टिकटॉक के साथ कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बैन कर चुका है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चीन ने भी टिकटॉक के अंतर्राष्ट्रीय वर्जन को बैन कर रखा है। चीनी यूजर्स सिर्फ सेंसरशिप वाले चीनी वर्जन का ही इस्तेमाल कर सकते हैं। बैन करने की लिस्ट में उत्तर कोरिया और उज्बेकिस्तान का नाम भी शामिल है। उज्बेकिस्तान ने 2021 में डेटा प्राइवेसी सुरक्षा की वजह से इसे बैन कर दिया था।
इन देशों में टिकटॉक पर आंशिक प्रतिबंध
इंडोनेशिया ने 2023 में टिकटॉक को बैन कर दिया था। इसके साथ ही किर्गीस्तान, ऑस्ट्रेलिया, रुस, यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम, डेनमार्क, कनाडा, न्यूजीलैंड, ताइवान, माल्टा, फ्रांस, नॉर्वे और लातविया ने भी टिकटॉक को बैन कर रखा है। उधर,पाकिस्तान, बांग्लादेश और अजरबैजान देशों ने टिकटॉक पर आंशिक तौर पर प्रतिबंध लगा रखा है।
टिकटॉक ने दी प्रतिक्रिया
वहीं, अमेरिका ने टिकटॉक के खिलाफ कड़ा आदेश जारी किया है तो टिकटॉक की मालिक कंपनी बाइटडांस ने भी अमेरिकी सरकार के आदेश को चुनौती देते हुए कहा है कि ये पूरी तरह से असंवैधानिक है, हम इसे अदालत में चुनौती देंगे।
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