यरुशलम। यमन के हूतियों ने लाल सागर में जिस जहाज को शुक्रवार को निशाना बनाया था, वह रूस से भारत की ओर जा रहा था। हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों ने शुक्रवार को लाल सागर से गुजर रहे पनामा के ध्वज वाले तेल टैंकर को नुकसान पहुंचाया है। हमले के बाद तेल टैंकर से धुआं उठता हुआ भी दिख रहा है। हालांकि चालक दल के सदस्यों को अब तक कोई क्षति नहीं होने की सूचना है। मगर तेल टैंकर को “मामूली नुकसान” हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि यह जहाज रूस से भारत जा रहा था। इसी दौरान यमन के हूतियों ने बैलिस्टिक मिसाइल से उस पर हमला कर दिया। इसके चलते तेल टैंकर में आग लग गई और लाल सागर में धुआं उठने लगा। हालांकि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और एक बड़े नुकसान को होने से बचा लिया गया। लंबे समय बाद यमन के हूतियों ने फिर से लाल सागर में अपना आतंक दिखाना शुरू किया है। पिछले कुछ दिनों से हूतियों के हमले काफी हद तक कम हो गए थे। मगर अब वह फिर से सक्रिय हो रहे है।
अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमान ने कहा कि विद्रोहियों ने हमले में तीन मिसाइलें दागीं, जिनमें से एक ने पनामा के ध्वज वाले, सेशेल्स-पंजीकृत ‘एंड्रोमेडा स्टार’ को क्षतिग्रस्त कर दिया। निजी सुरक्षा कंपनी एंब्रे ने टैंकर को “रूस से जुड़े व्यापार में संलग्न” बताया। एंब्रे ने कहा, जहाज रूस के प्रिमोर्स्क से भारत के वाडिनार की ओर जा रहा था। हूती सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने बाद में विद्रोहियों द्वारा प्रसारित एक पूर्व-रिकॉर्डेड बयान में शनिवार तड़के हमले का दावा किया। उन्होंने टैंकर को “सीधे निशाना” बनाए जाने का उल्लेख किया। अमेरिका ने कहा कि एक अन्य जहाज, एंटिका-बारबाडोस-ध्वजांकित, लाइबेरिया द्वारा संचालित मैशा भी हमले के समय पास में था।
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