इंदौर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाई गई सडक़ों के आसपास इलेक्ट्रिक डक्ट भी बनाये गये थे, जहां बिजली की लाइनों से लेकर टेलीफोन और अन्य लाइनें हैं। अब उनकी सुरक्षा के लिए चेंबरों पर खतरे के निशान बनाने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक डक्ट की सूचना दर्ज की जा रही है, ताकि वहां कोई गड़़बड़ी ना हो। करीब तीन साल पहले कृष्णपुरा छत्री से लशेकर नंदलालपुरा चौराहे तक की सडक़ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाई गई थी और इसमें बिजली के झूलते तारों को हटाने के साथ-साथ कई लाइनों को अंडरग्राउंड किया गया था और इनके अलग-अलग डक्ट बनाये गये थे।
अधिकारियों के मुताबिक कई बार इलेक्ट्रिक डक्ट को ड्रेनेज चेंबर समझकर वहां आसपास के हिस्सों में निगम की टीमें खुदाई कर देती है और जनसाधारण को भी इसकी जानकारी रहे इसी के चलते सभी ऐसे अंडरग्राउंड डक्टों के आसपास खतरे का निशान बनाकर इलेक्ट्रिक डक्ट की सूचना लिखी जा रही है। अफसरों के मुताबिक ऐसे सभी स्थानों पर यह सूचनाएं दर्ज की जाएंगी और दो दिनों से यह सिलसिला शुरू किया गया है। हालांकि शहर के कई इलाकों में बनाई गई सडक़ों पर कई जगहों इलेक्ट्रिक डक्ट विद्यत मंडल की मदद से अलग स्थानों पर छोटी डीपी बनाकर शिफ्ट कर दिये गये थे, लेकिन कुछ जगह सडक़ पर अंडर ग्राउंड डक्ट बनये गये हैं।
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