नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजनीतिक दलों के सामने अपने किले को बचाने की चुनौती है. इस चैलेंज पर खरा उतरने के लिए राजनीतिक दलों ने बेहद खास तैयारी की है. सबसे खास बात ये है कि दूसरे चरण के चुनाव का नरैटिव पहले चरण से बिल्कुल जुदा है. पहले चरण में जहां राम मंदिर, किच्चातिवु, सनातन, भ्रष्टाचार, इलेक्टोरल बॉन्ड और मोदीफोबिया प्रमुख मुद्दा रहा तो इस बार हिंंदुत्व की पिच पर मुस्लिम आरक्षण, संपत्ति बंटवारा, हनुमान चालीसा जैसे मुद्दे चुनावी जंग का जरिया बन गए.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए शुक्रवार को 13 राज्यों की 88 सीटों पर मतदान होंगे. पहले चुनाव के दूसरे चरण में 89 सीटों पर वोट डाले जाने थे, लेकिन एमपी की बैतूल लोकसभा सीट पर बसपा उम्मीदवार के निधन के चलते चुनाव टाल दिया गया. यदि इन 88 सीटों की ही बात करें तो इन पर तकरीबन 1198 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है. खास बात ये है कि दूसरे चरण में जिन सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से आधे से ज्यादा सीटों पर अकेले भाजपा का कब्जा है. ऐसे में बीजेपी अपना दुर्ग बचाने में जुटी है. वहीं इंडिया गठबंधन बड़े फेरबदल की तैयारी कर रहा है.
दूसरे चरण में ये मुद्दे हावी
दूसरे चरण के मतदान से पहले मुद्दे भी बदल गए हैं. पहले चरण में जहां विपक्ष सामाजिक गारंटी के साथ चुनाव मैदान में उतरा था तो बीजेपी ने मोदी की गारंटी के साथ उसका मुकाबला किया था. हालांकि दूसरे चरण में नरैटिव सेट करने के मामले में बीजेपी आगे रही है. इस बार भाजपा ने विपक्ष के घोषणा पत्र, संपत्ति सर्वे, मंगलसूत्र, मुस्लिम आरक्षण, हनुमान चालीसा विवाद को अपनी ताकत बनाया है तो विपक्ष का ज्यादातर समय इन्हीं आरोपों पर सफाई देने में गया है. हालांकि कांग्रेस ने अपने एजेंडे पर खड़े रहते हुए बीजेपी के हर प्रहार का जवाब देने की कोशिश की है. कांग्रेस के घोषणापत्र पर भी खरगे ने पीएम मोदी से मिलने के लिए समय मांगकर मास्टर स्ट्रोक भी चला था, हालांकि वह इसमें किस हद तक कामयाब रहे ये चुनाव परिणाम से ही साफ होगा.
कोर वोट को मोदी का संदेश
दूसरे चरण के मतदान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी जिस तरह चुनावी अभियान में हिंदुत्व का नरैटिव सेट किया है, इससे भाजपा के कोर वोट बैंक को सीधा सियासी संदेश गया है. इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर अपने पुराने एजेंडे पर लौट आए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी सभी ने पीएम मोदी का यह अंदाज देखा था. अब एक बार फिर वह उसी को अख्तियार कर चुके हैं और मुस्लिम आरक्षण, हनुमान चालीसा का जिक्र करने के साथ सीधे-सीधे विपक्ष पर हमलावर हैं.
अखिलेश करते रहे प्रहार-राहुल गांधी रहे बीमार
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के दूसरे चरण के बीच बीजेपी और कांग्रेस तो एक-दूसरे पर हमलावर रहे ही. इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल भी भाजपा पर हमलावर रहे. खास तौर से आम आदमी पार्टी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव भाजपा पर प्रहार करते रहे. मायावती अलग ही जोन में नजर आईं. खासतौर से पश्चिमी यूपी में वह हाईकोर्ट की खंडपीठ, अलग राज्य जैसे मुद्दों ही वोट मांगती रहीं. कांग्रेस के प्रमुख स्टार प्रचारक राहुल गांधी का स्वास्थ्य इस बीच ठीक नहीं रहा. वह पिछले दिनों रांची में हुई इंडिया गठबंधन की रैली में भी नहीं पहुंचे थे.
यहां होना है मतदान
दूसरे चरण की 88 सीटों में बिहार की 5, असम की 5, कर्नाटक की 14, छत्तीसगढ़ की 3, केरल की 20, मध्य प्रदेश की 6, राजस्थान की 13, यूपी की 8, बंगाल की 3, महाराष्ट्र की 8, मणिपुर और त्रिपुरा की 1-1 सीट तथा जम्मूकश्मीर की एक सीट पर वोट डाला जाना है. पहले मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर भी इसी चरण में मतदान होना था, लेकिन एक उम्मीदवार की मौत की वजह से यहां चुनाव टाल दिया गया है.
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