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    उम्मीदवार संगठन के भरोसे, संगठन मोदी की गारंटी पर

  • April 25, 2024

    • घर बैठे हैं कई दिग्गज नेता
    • कार्यकर्ता बोले – जीत ही रहे हैं तो मेहनत क्यों करें
    • जनसंपर्क में मुंह दिखाई की रस्म

    इंदौर। लोकसभा चुनाव में जीत की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर बैठा दिया है। ये लोग खुलकर कह रहे हैं कि जब जीत ही रहे हैं तो फिर मेहनत क्यों करें। दूसरी बार चुनाव लड़ रहे शंकर लालवानी पूरी तरह संगठन के भरोसे हैं और संगठन मोदी की गारंटी के। पिछले दो दिन के जनसंपर्क में संबंधित क्षेत्र के पार्टी के कई दिग्गज मुंह दिखाई की रस्म निभाते नजर आए। नेताओं और कार्यकर्ताओं की यह उदासीनता 8 लाख वोट से बंपर जीत के भाजपा के दावे पर असर डाल सकती है।

    पिछले चुनाव में अपने कोर ग्रुप को बहुत ज्यादा तवज्जो देने वाले लालवानी ने इस बार टिकट मिलने के बाद ही स्पष्ट कर दिया था कि सब कुछ संगठन ही करेगा। उनका जनसंपर्क भी संगठन द्वारा तय रणनीति के मुताबिक ही हो रहा है। संगठन ने वार्डवार जिम्मेदारी भी मुकर्रर कर दी है। ये नेता सारे सूत्र अपने हाथ में रख रहे हैं। इन्होंने संबंधित क्षेत्र के दूसरे नेताओं को भी भरोसे में नहीं लिया है। यही कारण है कि जिन नेताओं को जवाबदारी दी है, उनके अलावा उस क्षेत्र के बाकी लोगों ने जनसंपर्क से दूरी बनाना शुरू कर दी है। इंदौर के कई नेता और उनके समर्थक कार्यकर्ता आसपास के संसदीय क्षेत्रों में काम में लग गए हैं।


    चूंकि सारे सूत्र संगठन के हाथ में हैं, इसलिए पिछले चुनाव में सामाजिक और संगठन स्तर पर लालवानी के शुभचिंतकों की जो सक्रियता रही थी, वह इस बार देखने को नहीं मिल रही है। ये लोग सार्वजनिक तौर पर कहने लगे हैं कि जब संगठन को हमारी जरूरत ही नहीं है तो फिर हम क्यों मैदान में आएं। सांसद रहते हुए लालवानी ने पांच साल में अपने कोर ग्रुप को खासी तवज्जो दी थी। कोर ग्रुप से जुड़े सदस्य अलग-अलग समूहों में बेहद सक्रिय रहे थे और इनकी सक्रियता का फायदा सांसद को मिला था। इस चुनाव में यह कोर ग्रुप भी अभी तक सक्रिय नजर नहीं आया।

    लालवानी को उन संगठनों से जरूर मदद मिल रही है, जो शहर के विकास से जुड़े मुद्दों पर लगातार सक्रिय रहते हैं। इन संगठनों से जुड़े लोगों का मानना है कि सांसद रहते हुए लालवानी ने अलग-अलग फोरम पर उनकी काफी मदद की और सरकार के स्तर पर मददगार भी बने। लालवानी का सरल, सहज स्वभाव भी उनका सकारात्मक पक्ष साबित हो रहा है।

    एक मंच पर नहीं बैठेंगे लालवानी-बम
    संगठन स्तर पर यह भी तय हो गया है कि लालवानी ऐसे किसी भी कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे, जहां उन्हें और कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम को एक मंच पर मौजूद रहकर डिबेट करना है। इसी के चलते न्यूज चैनल आज तक और एनडीटीवी के कार्यक्रम में वे शामिल नहीं हुए। आज तक के लाइव शो में उनके स्थान पर सांसद सुमेरसिंह सोलंकी और एनडीटीवी के कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भाजपा का प्रतिनिधित्व किया। इसके पीछे कारण यह भी बताया जा रहा है कि लालवानी की तुलना में बम अच्छे वक्ता हैं और वे शहर से जुड़े मुद्दों पर पूरी तैयारी के साथ अपनी बात रखते हैं। हालांकि पार्टी के जिम्मेदार लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि जनसंपर्क के टाइट शेड्यूल के कारण ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है।

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