कोलकाता (Kolkata) । निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मुर्शिदाबाद जिले (Murshidabad district) में राम नवमी के जुलूस (Ram Navami march) के दौरान हुई हिंसा को रोकने में कथित तौर असफल रहने पर दो पुलिस थानों के प्रभारियों को निलंबित कर दिया है. निर्वाचन आयोग के अनुसार, शक्तिपुर और बेलडांगा पुलिस थानों के प्रभारी निर्देशों के बावजूद धार्मिक हिंसा को रोकने में विफल रहे. बता दें कि राम नवमी के मौके पर जुलूस निकाला गया था. इस दौरान हिंसा की घटना हुई थी. मुर्शिदाबाद के साथ ही मेदिनीपुर में भी हिंसक घटनाएं हुई थीं.
एक अधिकारी ने बताया, ‘दोनों अधिकारी जिला पुलिस मुख्यालय में रहेंगे और चुनाव संबंधी कोई भी कार्य नहीं कर पाएंगे. संबंधित अधिकारियों को दोनों अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से उनके स्थान पर नियुक्ति के लिए नाम भेजने को कहा है. पश्चिम बंगाल में राम नवमी के अवसर पर दो जगह हिंसा हु थी. मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर में शोभायात्रा निकालने के बाद हिंसा हुई थी.
मुर्शिदाबाद में पत्थरबाजी
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने हिंसा के कुछ वीडियो शेयर किए हैं. उन्होंने लिखा था- ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के लिए कलंक हैं. वह एक बार फिर राम नवमी शोभा यात्रा की सुरक्षा करने में विफल रहीं. बता दें कि मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में हिंदू श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया था. इस क्षेत्र में हिंदू अल्पसंख्यक हैं. रेजीनगर में एक छत से लोगों के पत्थरबाजी करने का भी वीडियो सामने आया था.
मेदिनीपुर में भी हुई थी झड़प
मेदिनीपुर के इगरा में भी दो समुदाय के बीच झड़प हुई और आगजनी की गई थी. हिंसा में कई लोगों के घायल होने की सूचना सामने आई थी.बता दें कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रामनवमी के जुलूस के दौरान पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी. मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर स्थित शक्तिपुर इलाके में बुधवार की शाम को राम नवमी शोभायात्रा के दौरान झड़प और हिंसा का दावा किया गया, जिसमें कुछ लोगों के घायल होने की खबर सामने आई थी. दावा किया जा रहा है कि जब राम नवमी की शोभायात्रा निकाली जा रही थी, तभी इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई और लोगों को छतों से पथराव करते देखा गया.
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