पटना: बिहार में पूर्णिया लोकसभा सीट (Purnia Lok Sabha seat in Bihar) इस समय सबसे ज्यादा चर्चाओं में है. कारण, यहां पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल (Nomination filed as an independent candidate) किया हुआ है. वह अब अपने प्रचार-प्रसार में जुटे हैं. इस बीच उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर दबाव बनाने के लिए छापेमारी का आरोप लगाया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया है कि उनकी रैली के दौरान पुलिस ने छापेमारी की. हालांकि बिहार पुलिस (Bihar Police) ने आरोपों को खारिज किया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में पप्पू यादव ने लिखा, “कितना नीचे गिरेगी सरकार. पूर्णिया के बेटे को और कितना परेशान करेगी? जनता जवाब देगी! बीजेपी-जदयू की सरकार का हार का डर अच्छा लगा! मुझे Y श्रेणी की सुरक्षा देने के लिए इनके पास पुलिस बल नहीं है. छापा मारने सैकड़ों पुलिस भेज दिया.” इस पोस्ट के साथ पप्पू यादव ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबल नजर आ रहे हैं. वह एक डीजे लगे वाहन पर कार्रवाई करते नजर आ रहे हैं. इसी के साथ पप्पू यादव के समर्थक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते दिख रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक पूर्णिया में पप्पू यादव के कार्यालय पर पुलिस ने छापेमारी की. सूचना मिलते ही निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव तुरंत अपने कार्यालय पहुंचे और पुलिस से पूछा कि आप किसके आदेश पर यहां आए हैं. इसके बाद पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह प्रचार गाड़ी को सजा रहे थे. इसी दौरान पुलिस उनके कार्यालय पहुंच गई. उन्होंने कहा कि उनको जान का खतरा है, जिस दिन उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी, उसी दिन उनकी सुरक्षा हटा ली गई. उधर, इस मामले में बिहार पुलिस के एसडीपीओ सदर पुष्कर कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रचार के लिए बिना परमिशन की गाड़ी सजाई जा रही है. इसकी जांच की जा रही है. कोई छापेमारी नहीं हुई है.
पप्पू यादव ने कहा कि जब मैंने कांग्रेस ज्वाइन की तो उन्होंने सुरक्षा हटा ली. जब नॉमिनेशन हो गया, स्क्रूटनिंग हो गई तो क्यों परमिशन नहीं दे रहे हैं गाड़ी की. प्रचार गाड़ी ऑफिस पर लगी हुई है थी तो फोर्स क्यों आ गई बिना किसी ऑर्डर के. फिर प्रचार गाड़ी को थाने लेकर चले गए. कार्रवाई क्यों हो रही है? सभी दल एक हो गए हैं. हम तो चुनाव आयोग से कहेंगे कि यहां स्पेशल ऑब्जर्वर लगाया जाए. मेरा तो गार्ड भी हटा लिया. मैं बिना सुरक्षा के चल रहा हूं, जो होगा देखा जाएगा. टॉर्चर क्यों कर रहे हो मेरा. मैंने इनको बोला कि मुझे एक होमगार्ड ही दे दो, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है.
बता दें कि पप्पू यादव लंबे समय से पूर्णिया से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे थे. लेकिन ये सीट गठबंधन के तहत आरजेडी के खाते में गई है और लालू की पार्टी ने यहां से बीमा भारती को मैदान में उतारा है. इसके बाद पप्पू यादव ने निर्दलीय मैदान में उतरने का फैसला किया. इस सीट पर अब उनका मुकाबला जेडीयू के संतोष कुशवाहा और आरजेडी की बीमा भारती से है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved