महिलाएं जेसीबी पर चढ़ गई
एमओजी लाइन में घर तोडऩे पहुंची निगम की टीम से भिड़े
इंदौर। आज सुबह 9 बजे के लगभग नगर निगम, पुलिस और प्रशासन (Municipal Corporation, Police and Administration) का भारी-भरकम अमला स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (smart city project) के तहत डेवलपमेंट के लिए एमओजी लाइन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के मकानों को हटाने पहुंचा तो कार्रवाई के दौरान पहले मकान को तोडऩे के लिए निगम की टीमों ने जैसे ही जेसीबी लगाई वहां हंगामा शुरू हो गया और महिलाएं जेसीबी के आगे खड़ी हो गईं और कुछ जेसीबी (JCB) के ऊपर खड़ी होकर नारेबाजी करने लगीं। महिला पुलिसकर्मियों ने हंगामा कर रही महिलाओं को पुलिस के वाहनों में बिठाया। चार से पांच युवक भी कार्रवाई का विरोध कर रहे थे, जिन्हें पकडक़र पुलिस (Police) की गाड़ी में बैठा दिया गया। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। मौके पर कई नेता और पार्षद भी पहुंच गए थे। हंगामा बढ़ता देख कार्रवाई कुछ समय के लिए रोक दी गई। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन वहीं मकान देने की मांग कर रहे थे।
8 दिन की मोहलत देकर लौटी निगम की टीम
एमओजी लाइन में वर्षों पुराने सरकारी क्वार्टर और शासकीय कर्मचारियों के आवासों को तोडऩे की कर्रावाई पिछले कुछ दिनों से की जा रही है। उक्त जमीन शासन ने स्मार्ट सिटी के हैंड ओवर की है जहां व्यावसायिक और आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जाना है। इनमें चार मकान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के हैं, जिन्हें शानिवार को नोटिस जारी किए गए थे और आज सुबह निगम की टीम चारों को ढहाने पहुंची थी। निगम ने कार्रवाई के लिए जब शुरुआत की तो वहां हंगमा शुरू हो गया। पहला मकान तोडऩे के दौरान अफसरों के पसीने छूट गए। महिलाएं पुरजोर तरीके से कार्रवाई का विरोध करने लगी थी और वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई।
कार्रवाई स्थल पर लोकसभा प्रत्याशी अक्षय बम और क्षेत्रीय भाजपा नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस और भाजपा के कई नेता मौके पर पहुंच चुके थे । भाजपा नेता भारत रघुवंशी और कुछ अन्य नेताओं ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के आला अधिकारियों से बात की, इसके बाद लोगों के विरोध और हंगामे को देखते हुए अफसरों ने रहवासियों को 8 दिन में जगह खाली करने की मोहलत दी है। क्षेत्र में उक्त चार मकानों पर कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर की जा रही है, जबकि कुछ के मामले न्यायालय में लंबित हैं। कालोनी में करीब 100 से ज्यादा और मकान हैं, जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवार रहते हैं।
पुलिसवालों से भी भिड़ गई
कार्रवाई के दौरान महिलाएं बहुत गुस्से में थीं और वे जेसीबी पर चढ़ गई और साथ ही कुछ महिलाएं जेसीबी के आगे लेट गई, जिन्हें कई वृद्धाएं भी शामिल थीं। महिला पुलिस और निगम टीम ने बमुश्किल उन्हें हटाकर पुलिस वाहनों में बैठाया।
पांच युवकों को लिया हिरासत में
कार्रवाई के दौरान मौके पर पुलिसकर्मियों और अफसरों से विवाद कर रहे क्षेत्र के पांच युवकों को पुलिसकर्मियों ने हिरासत में लेकर पुलिस वाहन पर बैठा दिया और इस पर महिलाएं और उग्र हो गई, उन्होंने अफसरों से पूछना शुरू किया कि आखिर उनका क्या दोष हैं, आखिर उनके मकान बिना जगह दिए क्यों तोड़े जा रहे हैं। अफसर उन्हें एक तरफ करके कार्रवाई शुरू करा चुके थे।
जिस परिवार के मकान को तोडऩे पहुंचे थे, वहां दो युवक विकलांग भी मिले
एमओजी लाइन में जिन घरों को तोड़ा जा रहा है, उनमें सेनानी परिवार के दो विकलांग बच्चे हैं, इन बच्चों की वृद्ध मां ने गुहार की कि अगर उनका मकान तोड़ दिया गया तो व कहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि विकलांग बच्चों ने व्हील चेयर पर जाकर वोट डाले थे, अब इसका खामियाजा तो भुगतना है।
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