नई दिल्ली (New Delhi)। ओडिशा में लोकसभा (Lok Sabha in Odisha)के ही साथ विधानसभा (Assembly)के भी चुनाव होंगे। इससे पहले सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (Ruling Biju Janata Dal) को लगातार झटके (shocks)लग रहे हैं। अब तक पांच विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया। विधायक रमेश चंद्र साई ने टिकट नहीं मिलने के बाद गुरुवार को बीजेडी से इस्तीफा दे दिया और शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ कई उनके समर्थकों ने भी भगवा झंडा थाम लिया है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी के पाले बदलने वाले वे पांचवें विधायक बन गए। बीजेडी से दो सांसद भी भाजपा में चले गए हैं। हालांकि, भाजपा में भी सेंध लगी है। भगवा पार्टी से नीलगिरि के विधायक सुकनत नायक, पूर्व विधायक प्रकाश चंद्र बेहरा और भृगु बक्शीपात्रा बीजेडी में शामिल होने वाले नेताओं में शामिल हैं।
बीजेडी ने साई की जगह नौकरशाह से नेता बनी नलिनी कांता प्रधान को अथमलिक विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। साई ने बीजेडी से इस्तीफा देने के पीछे व्यक्तिगत कारणों और भगवा पार्टी में शामिल होने के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का हवाला दिया है। हालांकि भाजपा ने पहले ही संजीब साहू को अथमल्लिक से मैदान में उतार दिया है।
भाजपा को उम्मीद है कि साई के पार्टी में शामिल होने से संबलपुर लोकसभा और अथमल्लिक विधानसभा सीट पर मदद मिलेगी। अथमल्लिक संबलपुर लोकसभा क्षेत्र का ही हिस्सा है, जहां केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भाजपा के उम्मीदवार हैं। आपको बता दें कि बीजेडी के टिकट पर चार बार विधायक रह चुके और पूर्व मंत्री साहू 2021 में भाजपा में शामिल हुए थे।
इससे पहले बीजेडी से निष्कासित गोपालपुर विधायक प्रदीप पाणिग्रही भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें बेरहामपुर लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेडी विधायक अरबिंद धाली भी भाजपा में चले गए। वह जयदेव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
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