इंदौर (Indore)। इंदौर के भंवरकुआं Bhanwarkuan of Indore) में गुरुवार दोपहर एक छात्र ने एकतरफा प्यार में लड़की और उसके मौसेरे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। फिर कुछ दूर जाकर सुसाइड कर लिया। तीनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल पहुंचाकर पुलिस जांच में जुट गई है। आरोपी अभिषेक यादव ने वारदात के बाद अपने परिवार, दोस्तो, रिश्तेदारों और युवती के परिवार को यह मैसेज करने के बाद आत्महत्या की थी। में आप सब को स्नेहा और मेरे बारे में बताने जा रहा हु तो आप मैसेज को ध्यान से पड़ना में जो भी बोलूंगा आपको उसका स्क्रीनशॉट का प्रूफ भी दूंगा।
स्नेहा और में दिसंबर 2019 में रिलेशनशिप में आए। जब रिलेशन में आए तो मेने स्नेहा को माना किया था की में शादी नही करूंगा। इसे ही रिलेशनशिप में रहना है तो रह सकते है वरना कोई बात नही पर उसने कहा नहीं अगर शादी करो तो ही रिलेशनशिप में रहूंगी वरना नहीं रहूंगी मैं फिर उसके बाद हमारी कुछ दिनों तक बाते बंद रही। छ दिनों बाद स्नेहा ने कहा ठीक है शादी नही करेंगे अपन रिलेशनशिप को आगे बढ़ाते है। मेने कहा ठीक है उस टाइम हमारी ज्यादा बात नहीं हुआ करती थी। उसके बाद लॉकडाउन लग गया और हमारी बाते ज्यादा से ज्यादा होने लगी। दिन भर एक दूसरे से बात किया करते थे जिससे हमारे बीच प्यार बड़ गया और एक दूसरे से ज्यादा आटेचमेंट हो गया।
उसके बाद लॉकडाउन खुला और हमारा मिलना जुलना स्टार्ट हो गया। स्टार्टिंग में हम लोग रीजनल पार्क या कैफे में मिला करते थे। स्नेहा मेरे लिए हमेशा कुछ न कुछ गिफ्ट लेकर आया करती थी और मुझसे कुछ भी गिफ्ट नही लेती थी कहती थी में घर नही ले जा सकती हूं मिलना जुलना चलता रहा हमारा तो हमारे बीच नजदीकियां बड़ने लगी तो हम दोनो ने डिसाइड किया की प्राइवेट होटल या रूम में मिलते है। मेने भोलाराम मार्ग पर एक होटल में मिले। उसके बाद स्नेहा मुझ पर शादी करने का दवाब बनाने लगी कहने लगी अब मेरे साथ सब कुछ कर लिया तो मुझसे शादी करनी पड़ेगी नही करी तो मैं मर जाऊंगी ऐसा कर लूंगी वैसा कर लूंगी।
मेने कहा कि अपनी कास्ट अलग है शादी नही हो पाएगी और घर वाले नही मानेंगे। पर स्नेहा जिद पर अड़ गई और कहने लगी ऐसे तो आप मुझे छोड़ दोगे कभी भी आपने से सब कुछ कर लिया मेरे साथ इसलिए मुझे शादी करनी है। चलो मंदिर में नही तो आप मेरा मरा हुआ मुंह देखोगे। मुझे छोड़ दिया तो में आपके घर आ जाऊंगी। में उस टाइम डर गया और मंदिर में जाकर हम दोनो ने शादी कर ली।
शादी करने के बाद वो मुझे हसबैंड के तरह बात करने लगी। मुझे प्यार से हबी बोलने लगी सुबह उठते से ही मुझे टेक्स्ट मैसेज करने लगी गुड मॉर्निंग हबी। वो मुझे अपना हसबैंड मानने लगी और मेरी हसबैंड की तरह मेरी केयर करनी लगी। उसके केयर करने से मेरे अंदर भी उसके लिए फीलिंग्स आने लगी। उसके बाद हम दोनो महीने में 5 से 6 बार होटल में मिलने लगे और बाकी के टाइम हम इंदौर के आस पास घुमा करते थे। एक दिन हम लोग देवास दर्शन करने गए तो वहा वहा पर स्नेहा कहने लगी कि माताजी के सामने मेरी मांग में सिन्दूर भरो मेने कहा एक बार मंदिर में शादी कर ली फिर अब क्यों तो कहनी लगी यही की बात अलग मांग में सिन्दूर भरो वरना में कुछ कर लूंगी तो फिर मेने माताजी के सामने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया एसे करके हमारी 2 बार शादी हो गई।
स्नेहा मेरे लिए फिर सारे उपवास करने लगी जो की एक पत्नी आपने पति के लिए करती ही सारे सावन सोमवार का उपवास करने लगी उसके बाद हर साल करवा चौथ का उपवास करने लगी। हमरा रिलेशन बहुत मजबूत हो गया और हम दोनो बहुत हसीं खुशी से एक दूसरे के साथ रहने लगे। उसके बाद स्नेहा कहने लगी की कोर्ट मैरिज कर लेते अपन मेने माना किया की नही अपन ऐसा नही करेंगे तो कहने लगी कर लेते अपन कोर्ट मैरिज कभी घर वाले नही माने तो आप बता देंगे की हमने कोर्ट मैरिज कर ली है और कभी मन गए तो नही बताएंगे पर में उसको जैसे तैसे समझाया उसको हम दोनों की बॉन्डिंग बहुत ज्यादा अच्छी हो गई।
हम डेली मिला करते थे स्नेहा मेरी ज्यादा केयर करती थी हसबैंड के जैसे ट्रीट करती थी रोज जब भी बात होती तो शादी की बात किया करती थी की अपन शादी के बाद ऐसा करेंगे वैसा करेंगे यह घूमने चलनेगे वहा घूमने चलेंगे हनीमून पर यह जायेंगे ऐसा करेंगे शादी के बाद के सपने दिखाने लगी रोज रोज यही बाते करने से मेरे मन में भी कही न कही उसके जैसे ही फीलिंग आने लगी मतलब में भी उसको अपनी वाइफ मानने लगा और सपने देखने लगा की स्नेहा सही बोल रही अपन ऐसा ही करेंगे।
कहने लगी कभी तुमने अब मुझे छोड़ दिया तो में उसी दिन मर जाऊंगी मेने कहा में तो नही छोडूंगा तेरा पता नही। सब कुछ अच्छा चल रहा था र फिर स्नेहा के कहने पर मेने एक पर्सनल रूम रेंट से लिया वहा पर मिलने लगे। स्नेहा हमेशा उसके घर के बारे में बात किया करती थी सब कुछ बताया करती थी उसके घर के बारे में हर एक बात शेयर करती थी उसके पापा के बारे में उसकी मम्मी के बारे में उसकी दीदी के बारे में सब कुछ बताया था उसने मुझे। हमरा रिलेशन बहुत अच्छा चल रहा था सब कुछ ठीक था हसीं खुशी दोनो बहुत ज्यादा अच्छे से रहते थे बहुत घूमते थे हम लोग 12 से 13 बार हम लोग उज्जैन घूम कर 7 से 8 बार देवास महेश्वर आस पास के सारे वाटरफॉल इंदौर की ऐसी कोई जगह नहीं जहा पर हम दोनो गए न हो फिर हम दोनो के बीच कोई तीसरा इंसान आ जाता है।
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