नई दिल्ली (New Delhi)। सैटेलाइट कनेक्टिविटी (Satellite connectivity) के चर्चा उस वक्त शुरू हुई जब एपल ने आईफोन 14 (Apple launched iPhone 14) के साथ इसे पेश किया। उसके बाद तमाम कंपनियां (All companies) इस फीचर पर काम करने लगीं। अब गूगल (Google) भी गंभीरता से सैटेलाइट कनेक्टिविटी (Satellite connectivity)पर काम कर रहा है। सैटेलाइट कनेक्टिविटी (Satellite connectivity) का सपोर्ट गूगल अपने मैसेजिंग एप में देने वाला है जिसके बाद नेटवर्क ना होने की स्थिति में भी यूजर्स किसी को मैसेज कर सकेंगे।
पिछले हफ्ते ही एक रिपोर्ट आई थी जिसमें दावा किया गया था कि Google Messages एप में सैटेलाइट कनेक्टिविटी का सपोर्ट मिलने वाला है। इसके अलावा गूगल अपने मैसेजिंग एप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट Gemini का भी सपोर्ट देने वाला है।
सैटेलाइट कनेक्टिविटी के बारे में सबसे पहले 9to5Google ने जानकारी दी है। गूगल मैसेज एप के लेटेस्ट बीटा वर्जन 20240329_01_RC00 में सैटेलाइट कनेक्टिविटी देखी गई है। सैटेलाइट कनेक्टिविटी के साथ यूजर्स को एक नोटिफिकेशन भी मिल रहा है जिसमें कहा गया है, ‘भेजने और प्राप्त करने के लिए बाहर की ओर निकलें और खुले आसमान के नीचे जाएं।’
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सैटेलाइट कनेक्टिविटी के तहत सिर्फ टेक्स्ट मैसेज भेजे जा सकेंगे और इसमें थोड़ा वक्त भी लगेगा। इसके अलावा फोटो और वीडियो आप नहीं भेज सकेंगे। बीटा वर्जन के साथ लिखा हुआ है कि आप किसी को भी मैसेज भेज सकते हैं यानी जो लोग भी आपके कॉन्टेक्ट लिस्ट में हैं उन्हें आप सैटेलाइट कनेक्टिविटी की मदद से मैसेज भेज सकेंगे भले ही उनके फोन में सैटेलाइट कनेक्टिविटी का सपोर्ट हो या ना हो।
यहां थोड़ा गौर करने की जरूरत है, क्योंकि एपल अपनी डिवाइस के साथ जो सैटेलाइट कनेक्टिविटी देता है उसकी मदद से आप किसी को भी मैसेज या कॉल नहीं कर सकते। सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं जैसे एंबुलेंस, आर्मी आदि से ही कॉन्टेक्ट किया जा सकेगा।
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