नई दिल्ली (New Delhi) । बिहार (Bihar) की राजनीति में लालू यादव (Lalu Yadav) का परिवार पावर सेंटर रहा है. इस बार के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में भी लालू यादव विपक्षी गठबंधन की ड्राइविंग सीट पर हैं. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने चुनावी पारी का आगाज करते हुए सारण सीट से ताल ठोंक दी है. मुकाबला बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से है. रूडी के बारे में खास बात ये है कि वो लालू यादव से हारे हैं तो राबड़ी देवी को हराया भी है. अब इन चुनावों में वे रोहिणी से दो-दो हाथ कर रहे हैं.
1990 में तरैया से पहली बार विधानसभा पहुंचे राजीव प्रताप रूडी ने लालू यादव का गढ़ रही इस सीट से 1996 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते भी. यह वह दौर था जब लालू यादव बिहार की सियासत का पावर सेंटर हुआ करते थे. 1998 के चुनाव में बीजेपी ने रूडी पर ही भरोसा जताया लेकिन तब हीरालाल राय ने उनको हराकर यह सीट फिर से आरजेडी की झोली में डाल दी थी. 1999 में रूडी फिर जीतकर लोकसभा पहुंच गए.
साल 2004 के लोकसभा चुनाव में अपना खोया गढ़ वापस पाने के लिए सारण (तब छपरा) सीट से आरजेडी प्रमुख लालू यादव खुद मैदान में उतर गए. लालू यादव ने करीब 60 हजार वोट के अंतर से बीजेपी के रूडी को हरा दिया. लालू 2009 के चुनाव में भी रूडी को पटखनी देकर सारण सीट से संसद पहुंचे लेकिन 2014 के चुनाव से तस्वीर फिर बदल गई. चारा घोटाला केस में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू यादव के चुनाव लड़ने पर रोक लग गई. लालू ने इस सीट से अपनी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को चुनाव मैदान में उतार दिया.
लालू यादव ने प्रचार की कमान संभाली, नेताओं और कार्यकर्ताओं को गोलबंद किया लेकिन नतीजे रूडी के पक्ष में आए. रूडी ने राबड़ी देवी को 40 हजार 948 वोट के अंतर से हरा दिया था. 2019 में बीजेपी के रूडी का मुकाबला लालू यादव के समधी चंद्रिका राय से हुआ. रूडी ने लालू यादव के समधी को एक लाख 38 हजार 429 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया.
सारण सीट पर रूडी का मुकाबला दो बार लालू यादव, एक बार राबड़ी देवी और एक बार लालू के रिश्तेदार चंद्रिका यादव से हुआ. लालू यादव के खिलाफ दोनों ही चुनाव में रूडी को मात मिली लेकिन इस कुनबे का कोई दूसरा सदस्य या रिश्तेदार उनके खिलाफ चुनावी बाजी नहीं जीत सका.
रूडी-लालू के नाम है यह रिकॉर्ड
सारण लोकसभा सीट का नाम पहले छपरा हुआ करता था. छपरा शहर सारण जिले का मुख्यालय भी है. इस सीट से सबसे अधिक बार संसद पहुंचने के मामले में रूडी, आरजेडी प्रमुख लालू यादव की बराबरी पर हैं. यह दोनों ही नेता इस सीट से चार-चार बार सांसद रहे हैं. लालू यादव 1977, 1989, 2004 और 2009 में इस सीट से सांसद रहे तो वहीं रूडी 1996, 1999, 2014 और 2019 में.
लालू यादव चुनावी राजनीति से बाहर हैं तो वहीं रूडी के पास इस सीट से पांचवीं बार संसद पहुंचने का मौका है. इस बार रूडी के सामने लालू कुनबे की रोहिणी आचार्य की चुनौती होगी. रोहिणी अपने पिता लालू यादव की तरह रूडी को हरा पाएंगी या उनका नाम राबड़ी देवी और चंद्रिका यादव की लिस्ट में शामिल होगा, यह 4 जून की तारीख ही बताएगी. फिलहाल, रूडी के सामने रोहिणी की उम्मीदवारी से सारण सीट बिहार की हॉट सीट बन गई है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved