उज्जैन। शहर में 2028 में आयोजित होने वाला सिंहस्थ पूरी तरह से सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक पर आधारित होगा। यह पहली बार होगा, जब किसी सिंहस्थ मेले में आधुनिक तकनीक का इतने बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा।
मध्य प्रदेश सरकार ने सिंहस्थ की तैयारी शुरू कर दी है और इसके तहत आवश्यक कार्य, सुरक्षा, यातायात, साफ-सफाई और जन सुविधाओं को लेकर आइटी और एआइ आधारित सूचना तंत्र विकसित किया जाएगा। इस कार्य के लिए एक अलग आइटी परियोजना प्रबंधन इकाई (पीएमयू) का भी गठन किया जाएगा। इसको लेकर नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से बताया गया कि सिंहस्थ की सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। वहीं, प्रदेश के महत्वपूर्ण विभागों के अस्थायी उप कार्यालय भी संचालित किए जाएँगे। सिंहस्थ के लिए आइएएस, आइपीएस और आइएफएस अधिकारियों सहित राज्य का स्टाफ तैनात किया जाएगा। बेहतर सुरक्षा और निगरानी, यातायात प्रबंधन में सुधार, स्वच्छता और सफाई में वृद्धि, जन सुविधाओं तक आसान पहुँच मेले का बेहतर प्रबंधन रहेगा। सिंहस्थ के दौरान कुछ प्रमुख पहल की जाएगी जिसमें ड्रोन द्वारा सुरक्षा निगरानी, प्रदेश के महत्वपूर्ण विभागों के अस्थायी उप कार्यालय, आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों सहित राज्य कर्मियों की तैनाती रहेगी। उज्जैन शहर में अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा जिसमें अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण, उज्जैन से हवाई सेवा शुरू करना है।