नई दिल्ली (New Delhi)। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections)का बिगुल बजते ही कांग्रेस पार्टी (congress party)की मुश्किलें बढ़ती (difficulties increase)जा रही हैं। देश की सबसे पुरानी पार्टी को आयकर विभाग (Income tax department)ने अब तक 3567 करोड़ का नोटिस थमा दिया है। आपको बता दें कि शुक्रवार तक यह राशि 1823 करोड़ रुपये थे। इसके बाद कांग्रेस को शनिवार को तीन और नोटिस मिले और उसमें यह राशि बढ़ गई। आयकर विभाग ने साल 2014-15 में 663.05 करोड़ रुपये, 2015-16 में 663.89 करोड़ रुपये और 2016-17 में 417.31 करोड़ रुपये को नोटिस थमाया है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने 2023 के अंत तक अपनी घोषणा संपत्ति करीब 1385 करोड़ रुपये बताया था।
कांग्रेस ने आयकर विभाग द्वारा जारी 135 करोड़ रुपये की वसूली नोटिस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले को 2016 में दायर एक विशेष अनुमति याचिका के साथ जोड़ने की मांग की है।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस सांसद और वकील विवेक तन्खा ने कहा, ”सुप्रीम कोर्ट में दायर पहले की विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) में मूल मांग लगभग 26 करोड़ रुपये थी, जिसे घटाकर 11-12 करोड़ रुपये कर दिया गया था। अब वहीं राशि ब्याज जोड़ने के बाद 50 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है। यह पागलपन की पराकाष्ठा है। पिछले तीन दिनों में कांग्रेस से 3,567.3 करोड़ रुपये के भारी कर की मांग की गई है। यह हाल ही में कांग्रेस के बैंक खातों से बरामद किए गए 135 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है। भाजपा को चुनिंदा अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहिए और उनका अभिनंदन करना चाहिए।”
कांग्रेस जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही: भाजपा
भाजपा ने आयकर मामले में कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन को सीनाजोरी करार दिया। साथ ही कहा कि कांग्रेस ने देश की संवैधानिक संस्थाओं को हमेशा अपनी जागीर समझा है। पार्टी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस नियमों एवं कानूनों के अनुपालन को अपना अपमान मानती है। जफर इस्लाम ने आयकर मामले को लेकर कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक तो नियमों का पालन नहीं करती और जब एजेंसियां इसके लिए नोटिस देती हैं तो उसे अनदेखा करती है। जब कार्रवाई होती है, तो खुद को पीड़ित साबित करने लग जाती है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जब उच्च न्यायालय ने कांग्रेस की याचिका खारिज कर दी तो अब जनता में भ्रम फैलाने के लिए धरना प्रदर्शन का सहारा ले रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दहाई के अंक में सिमट कर रह गई थी, मगर ऐसे कारनामों के बाद आने वाले चुनावों में कांग्रेस दस से भी कम सीटों पर ही रह जाएगी।
जफर इस्लाम ने कहा कि देश की हर राजनीतिक पार्टी के लिए उसकी आय उसे मिला हुआ चंदा ही होता है। लेकिन, इस आय पर छूट पाने के लिए हर दल को आयकर अधिनियम 13(ए) की शर्तों को पूरा करना होता है। भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस से सवाल किया कि कांग्रेस आयकर विभाग के खिलाफ धरना कर रही है या उच्च न्यायालय के खिलाफ? कांग्रेस अपने इस कृत्य से जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर पार्टी का यह कर्तव्य है कि वो देश की संवैधानिक संस्थानों का सम्मान करे, लेकिन कांग्रेस पार्टी सदैव इन संस्थानों का अपमान करती आई है।
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