इंदौर। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice of India DY Chandrachud) को 600 से ज्यादा वरिष्ठ वकीलों के लिखे पत्र का विरोध करते हुए इंदौर (Indore) के वकीलों ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। इंदौर के वकीलों से एक समूह ने सीजेआई (CJI) को पत्र लिखकर उनसे निवेदन किया है कि आप 600 वकीलों के पत्र को तरजीह न दें, क्योंकि यह पत्र शुद्ध मन से नहीं लिखा गया है।
इंदौर जिला न्यायालय बार काउंसिल (Indore District Court Bar Council) के पूर्व पदाधिकारी प्रदीप होलकर, वरिष्ठ अधिवक्ता कैलाश खंडेलवाल, संतोष जायसवाल सहित इंदौर के वकीलों ने कहा कि वास्तव में वकीलों को राजनीति में न पड़कर निजी स्वार्थ के चलते न्यायपालिका की गरिमा को आहत नहीं करना चाहिए। इंदौरी वकीलों ने पत्र में लिखा है कि न तो न्यायपालिका खतरे में है और न ही कोई राजनीतिक-व्यावसायिक दबाव न्यायपालिका पर डाल सकता है। न्यायपालिका देश में सर्वशक्तिमान, सर्वमान्य और पूज्य है। देश की अदालतें भारतीय लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ है और हमेशा रहेगा।
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