नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट ने एक बार फिर विंडोज और सरफेस टीमों का आंतरिक रूप से विलय कर दिया है। आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र पवन दावुलुरी को इसके नेतृत्व के लिए नियुक्त किया गया है। विंडोज सेंट्रल नामक एक समाचार साइट जो माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ी खबरों को ट्रैक करती है ने यह जानकारी दी है। उनके अनुसार दोनों टीम कुछ समय के लिए अलग हो गईं थीं।
विंडोज और सरफेस टीमों का पुनर्मिलन माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियरिंग और डिवाइस संगठन के भीतर एक परिचित संरचना की वापसी की तरह है, इसकी अध्यक्षता राजेश झा कर रहे थे।
पवन दावुलुरी, जो पहले माइक्रोसॉफ्ट के हार्डवेयर से जुड़े काम की देखरेख करते थे अब विंडोज इंजीनियरिंग का भी नेतृत्व करेंगे। यह फेरबदल पिछले सितंबर में पूर्व-विंडोज और सरफेस प्रमुख पैनोस पनाय के जाने के बाद हुआ है, जिनकी भूमिका प्रभावी रूप से दावुलुरी और मिखाइल पारखिन के बीच विभाजित कर दी गई थी।
परखिन ने माइक्रोसॉफ्ट में वेब और विज्ञापन के सीईओ के रूप में अपनी मौजूदा जिम्मेदारियों के साथ-साथ बिंग, एज और कोपॉयलट जैसे उत्पादों की देखरेख करते हुए विंडोज का कार्यभार संभाला। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट के भीतर हाल के घटनाक्रम के तहत एक नए एआई डिवीजन के सीईओ के रूप में डीपमाइंड के सह-संस्थापक मुस्तफा सुलेमान की नियुक्ति भी की गई है। विंडोज को अब राजेश झा के नेतृत्व में फिर से संगठित किया गया है।
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