नई दिल्ली (New Delhi)। बुलेट ट्रेन को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav)ने का है कि यह प्रोजेक्ट तेजी (project teji)से आगे बढ़ रहा है। मुंबई से अहमदाबाद (Mumbai to Ahmedabad)तक का पहला बुलेट ट्रेन(bullet train) कॉरिडोर अर्थव्यवस्था के एकीकरण में मदद करेगा। रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन शुरू होने केबाद मुंबई, ठाणे, वापी, बड़ोदा, सूरत, आनंद और अहमदाबाद की अर्थव्यवस्था एक हो जाएगी। एनडीटीवी से बातचीत के दौरान वैष्णव ने कहा कि आप चाहें तो सूरत में सुबह का नाश्ता करें और फिर मुंबई में जाकर काम करें। इसके बात रात में फिर अपने परिवार के पास लौट आएं।
बुलेट ट्रेन के किराए को लेकर जब रेल मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, दुनिया में जहां-जहां बुलेट ट्रेनें चल रही हैं, वहां 90 प्रतिशत लोग दूर की यात्रा के लिए बुलेट ट्रेन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका मतलब है कि बुलेट ट्रेन का किराया हवाई किराए से बहुत सस्ता होगा। बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर नवंबर 2021 में काम शुरू हुआ था और यह लगातार चल रहा है। पहले एक किलोमीटर के वायडक्ट का काम 6 महीने में पूरा हुआ था लेकिन उसके बाद अप्रैल 2023 तक 50 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका था।
वैष्णव ने कहा कि मुंबई-अहदाबाद कॉरिडोर के लिए 8 नदियों पर पुल बनाने का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की लागत लगभग 1,08 लाख करोड़ रुपये है। इसमें से 10 हजार करोड़ केंद्र सरकार खर्च कर रही है। महाराष्ट्र और गुजरात की सरकार 5 हजार करोड़ का योगदान देगी। बाकी की फंडिंग जापान से लोन लेकर हो रही है। इसका इंटरेस्ट रेट केवल 0.1 पर्सेंट है।
एक रिपोर्ट में बताया गया था कि मु्ंबई से अहमदाबाद तक बुलेट ट्रेन का किराया लगभग 3 हजार रुपये होगा। एक अधिकारी ने कहा था कि सुबह 6 बजे से दोपहर के 12 बजे तक इस रूट पर बुलेट ट्रेन के कुल 70 चक्कर लग जाएंगे। भविष्य में दिल्ली से अयोध्या के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की भी बात कही जा रही है। जानकारों का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो दिल्ली की अर्थव्यवस्था उत्तर प्रदेश के कई शहरों केसाथ जुड़ जाएगी।
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