नई दिल्ली (New Delhi)। फागुन के महीने (month of Phagun)में जब होली पड़ती है, तो आमतौर पर गर्मी (Heat)नहीं होती है। वसंत ऋतु (Spring season)का यह ऐसा समय होता है, जब सर्दी खत्म हो रही होती है और गर्मी की महज शुरुआत हो रही होती है। लेकिन, इस बार होली पर भारत के नौ राज्यों में तापमान 40 डिग्री के पार होने की संभावना है। क्लाइमेट सेंट्रल के नए अध्ययन में यह बात सामने आई है।
शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस बार रंगों का त्योहार चिलचिलाती गर्मी की चपेट में आ सकता है। इस दिन देश के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर रह सकता है। अध्ययन में इसके लिए जलवायु परिवर्तन को कारण माना गया है। अध्ययन में शोधकर्ताओं ने मार्च के आंकड़ों का विश्लेषण कर पाया कि हाल के दशकों में इस महीने के तापमान में बड़े बदलाव देखे गए है। जनवरी-फरवरी में सर्दी के बाद मार्च में एकाएक तापमान तेजी से बढ़ा है।
तीन से बढ़कर नौ राज्य हुए
क्लाइमेट सेंट्रल के विशेषज्ञ डॉ. एंड्यू पर्शिंग ने कहा कि फरवरी में गर्मी के मजबूती से बढ़ने का रुझान देखा गया है, जो मार्च में भी कायम रहता है। यह भारत में जलवायु पैटर्न में बदलाव की ओर इशारा करता है। साथ ही होली के दौरान अत्यधिक गर्मी के बढ़ते जोखिम को भी प्रदर्शित करता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, 1970 के दशक में केवल तीन राज्यों महाराष्ट्र, बिहार और छत्तीसगढ़ में ही होली पर तापमान 40 डिग्री तक पहुंचने की पुष्टि होती है। लेकिन अब इसमें छह और राज्य राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश भी जुड़ गए हैं।
पांच दशक का जुटाया डाटा
अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पांच दशक से अधिक के समय का दैनिक औसत तापमान निकाला गया। इसमें एक जनवरी, 1970 से 31 दिसंबर, 2023 तक का प्रत्येक क्षेत्र के लिए प्रत्येक महीने के एक रुझान का निर्धारण किया। इसके आधार पर होली के दौरान अधिकतम तापमान की संभावनाओं का आकलन किया गया। यह अध्ययन बताता है कि संभावना का प्रतिशत भी काफी बढ़ा है।
51 शहर मिले संवेदनशील
शोध के दौरान होली पर जोखिम वाले शहरों का भी अलग से विश्लेषण किया गया। इसमें 51 शहरों को मार्च आखिर तक 40 डिग्री तापमान के लिए संवेदनशील पाया गया। वहीं इनमें से 10 शहर ऐसे थे, जहां यह संभावना सर्वाधिक पाई गई। इनमें छत्तीसगढ़ का बिलासपुर शहर सबसे आगे है, जहां होली के दौरान तापमान 40 डिग्री से ऊपर जाने की संभावना है। वहीं अन्य शहरों में इंदौर, भोपाल और मदुरै भी शामिल हैं जिन्हें ज्यादा संवेदनशील माना गया है। इससे पहले हुए एक अध्ययन में दावा किया गया था कि उत्तर भारत समेत कई राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण वसंत ऋतु का आकार सिमट रहा है।
सर्वाधिक जोखिम वाले शहर
बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
नागपुर (महाराष्ट्र)
भिलाई (छत्तीसगढ़)
कोटा (राजस्थान)
रायपुर (छत्तीसगढ़)
मदुरै (तमिलनाडु)
जोधपुर (राजस्थान)
भोपाल (मध्य प्रदेश)
बड़ौदा (गुजरात)
वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
ग्वालियर (मध्य प्रदेश)
मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
इंदौर (मध्य प्रदेश)
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