इंदौर। शहर में एक बार फिर ऑटोरिक्शा चालकों ने ई-रिक्शा के खिलाफ मोर्चा खोला है। कल शहर के ऑटोरिक्शा चालक महापौर पुष्यमित्र भार्गव और ट्रैफिक डीसीपी अरविंद तिवारी से मिले और ज्ञापन देते हुए मांग की कि अगर ई-रिक्शा के खिलाफ ओवरलोडिंग और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की कार्रवाई नहीं की जा रही है तो रिक्शा चालकों को भी इसकी अनुमति दी जाए।
भगवा ऑटोरिक्शा चालक संघ के बैनर तले पहुंचे रिक्शा चालकों ने महापौर और डीसीपी से मिलते हुए कहा कि ई-रिक्शा में 8 से 10 सवारियों को बैठाकर ओवरलोडिंग की जा रही है। संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि ई-रिक्शा का उपयोग माल वाहन के रूप में भी किया जा रहा है। इससे लगातार दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
दूसरी ओर ऑटोरिक्शा चालकों के लिए रोजी-रोटी का संकट पैदा हो रहा है। घर चलाना और रिक्शा की किश्तें भरना मुश्किल हो रहा है। आर्थिक परेशानी से तंग आकर पिछले दिनों एक रिक्शा चालक ने आत्महत्या का भी प्रयास किया था। इसके बाद भी ट्रैफिक पुलिस ई-रिक्शा पर कार्रवाई नहीं कर रही है, वहीं कलेक्टर द्वारा ई-रिक्शा के लिए तय किए गए 23 रूट्स की व्यवस्था को भी अब तक लागू नहीं किया गया है, जिससे शहर का ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है, साथ ही आरोप लगाया कि ई-रिक्शा में खुलेआम चरस, गांजा जैसे ड्रग्स की तस्करी भी हो रही है। इस पर महापौर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे तुरंत ओवरलोडिंग सहित अन्य नियमों का उल्लंघन कर रहे ई-रिक्शा चालकों पर कार्रवाई करें, साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही ई-रिक्शा की रूट व्यवस्था लागू की जाएगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved