इंदौर। गोदाम में पड़ा-पड़ा गेहूं सड़ गया और गोदामों का किराया सरकार को चुकाना पड़ रहा है। गेहूं की बड़ी खेप के निपटारण नहीं किए जाने पर कल अधिकारियों को अतिरिक्त मुख्य सचिव की अच्छी खासी डांट सहनी पड़ी। गुणवत्तायुक्त गेहूं के उपार्जन के लिए सर्वेयर को न केवल प्रशिक्षित किया जाएगा, बल्कि परीक्षा भी ली जाएगी। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की तैयारियां को लेकर रेसीडेंसी कोठी में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव स्मिता भारद्वाज ने बैठक ली। लम्बे समय से उपार्जन प्रारंभ होने से लेकर खत्म होने तक कई तरह की लापरवाहियां बरती जा रही हैं।
एक-एक जिले की समीक्षा करते हुए उन्होंने आलीराजपुर, बुरहानपुर और खरगोन की एक बार फिर जांच कराए जाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान केंद्रों में पड़े गेहूं के सडऩे की स्थिति पर वे भडक़ उठीं और उन्होंने कहा कि घर में बच्चों के खाना फेंकने पर हम उन्हें डांट लगाते हैं तो फिर किसानों की मेहनत को गोदामों पर सड़ाना भी अपराध है। मेरी नजर में .यह गंभीर क्राइम है और अब इस पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। ज्ञात हो कि आलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन के कुल 322 गोदामों की जांच अलग-अलग जिलों की टीमों के माध्यम से कराई गई थी। कई खामियों पर एक बार फिर जांच कराई जाएगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved