वाशिंगटन (Washington)। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Social media platform X) (पूर्व में ट्विटर) के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल (Former CEO Parag Aggarwal) और एक्स के कई पूर्व शीर्ष अधिकारियों (Former top executives) ने एलन मस्क (Elon Musk) के खिलाफ मुकदमा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है। विवाद नौकरी (fired from job) से निकाले जाने के बाद हर्जाने के तौर पर दिए जाने वाले वेतन को लेकर है। पराग अग्रवाल के अलावा जिन अन्य लोगों ने एलन मस्क के खिलाफ मुकदमा किया है, उनमें नेड सीगल, एक्स के पूर्व सीएफओ, विजया गड्डे (Vijaya Gadde.), एक्स की पूर्व चीफ लीगल ऑफिसर और सीन एजेट, एक्स के पूर्व जनरल काउंसल का नाम शामिल है।
12.8 करोड़ डॉलर के भुगतान को लेकर है विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पराग अग्रवाल समेत चारों अधिकारियों ने एलन मस्क के खिलाफ 12.8 करोड़ डॉलर के विच्छेद वेतन (सेवेरेंस सैलरी) न देने के आरोप लगाए हैं। इन अधिकारियों को एलन मस्क द्वारा एक्स का अधिग्रहण करने के बाद नौकरी से निकाल दिया गया था। मस्क ने अधिकारियों पर काम में लापरवाही बरतने और गलत आचरण के चलते नौकरी से निकाला था। हालांकि इन अधिकारियों ने मस्क के आरोपों से इनकार किया था।
पहले भी मस्क के खिलाफ मुकदमा कर चुके हैं एक्स के पूर्व अधिकारी
एलन मस्क के खिलाफ कैलिफोर्निया के यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है। इसमें दावा किया गया है कि एक्स के पूर्व शीर्ष अधिकारियों के कॉन्ट्रैक्ट में उन्हें नौकरी से निकाले जाने के बाद विच्छेद वेतन (नौकरी से निकाले जाने की स्थिति में मिलने वाला हर्जाना) देने की बात थी। ऐसे में जब एक्स (पूर्व में ट्विटर) से निकाले जाने के बाद उन्हें विच्छेद वेतन मिलना चाहिए था। पराग अग्रवाल को विच्छेद वेतन के तौर पर 6 करोड़ डॉलर मिलने थे। वहीं सीगल को 4.6 करोड़ डॉलर, गड्डे को 2.1 करोड़ डॉलर मिलने थे। एक्स में हुई जांच के दौरान कानूनी फीस के भुगतान के लिए भी पराग अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों ने एलन मस्क के खिलाफ मुकदमा किया था, जिसमें बीते अक्तूबर में अदालत ने एलन मस्क को एक्स के पूर्व अधिकारियों को 11 लाख डॉलर का भुगतान करने का निर्देश दिया था।
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