साढ़े 5 हजार करोड़ के 43 उद्योगों को 470 एकड़ जमीन का मौके पर ही कर दिया आवंटन
इंदौर, राजेश ज्वेल। उज्जैन (Ujjian) में आयोजित समिट में हालांकि एक लाख करोड़ रुपए (one lakh crore rupees) के निवेश के दावे किए गए हैं, मगर कल पहले ही दिन 10 हजार करोड़ से अधिक की 61 इकाइयों का सिंगल क्लिक के जरिए भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया, वहीं 283 उद्योगों को 508 हेक्टेयर भूमि के आवंटन-पत्र सौंपे गए। इंदौर के 43 उद्योगों को भी 470 एकड़ जमीन के आबंटन-पत्र मुख्यमंत्री द्वारा सौंपे गए, जिनमें साढ़े 5 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा। वहीं आज समापन अवसर पर 300 करोड़ रुपए से अधिक के 42 प्रोजेक्टों के भूमिपूजन और लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे हैं।
समिट में सबसे अधिक 75 हजार करोड़ से अधिक के निवेश की घोषणा अडानी समूह के निदेशक प्रणव अडानी (Adani Group Director Pranab Adani) ने की, वहीं 10 हजार करोड़ से अधिक के लोकार्पण-भूमिपूजन भी हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में निरंतर सुधार मोदी के कुशल नेतृत्व के चलते हो रहा है। बातें कम, काम ज्यादा के मंत्र का उपयोग करते हुए देश की प्रगति की यात्रा जारी है। उज्जैन कॉन्क्लेव से एक लाख करोड़ के व्यवसाय और उद्योग का इतिहास बन रहा है और 250 से अधिक उद्योगों को मौके पर ही जमीन का आवंटन किया गया, जिससे 20 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार हासिल हो रहा है। मुख्य सचिव वीरा राणा ने औद्योगिक विकास के लिए प्रचुर संसाधन, व्यापक वन क्षेत्र और कृषि उत्पादनों में भी बेहतर निवेश संभावनाओं की जानकारी दी, वहीं प्रमुख सचिव राघवेन्द्र कुमार सिंह ने प्रजेंटेशन के जरिए बताया कि किस तरह प्रदेश में निवेश की बेहतर स्थिति है। मुख्यमंत्री ने उज्जैनी समिट में सबसे ज्यादा निवेश तात्कालिक रूप से इंदौर के हिस्से में ही आया। 43 उद्योगों में 5570 करोड़ के निवेश से 13200 रोजगार अवसर मिलेंगे, वहीं 470 एकड़ जमीन आवंटित भी की गई, वहीं उज्जैन में 4740 करोड़ का निवेश पहले दिन मिला।
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