बंगलूरू (Bengaluru)। बंगलूरू (Bengaluru) के रामेश्वरम कैफे धमाका (Rameshwaram Cafe Blast) मामले में 10 घायलों का इलाज जारी है। सभी घायल खतरे से बाहर हैं। जानमाल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) का बम निरोधक दस्ता (Bomb disposal squad) और फॉरेंसिक टीम (forensic team) जांच में जुटी है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Congress government) को कठघरे में खड़ा करते हुए भाजपा एनआईए जांच की मांग कर रही है। शुक्रवार देर रात हुए हादसे के बाद कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत (Governor Thawarchand Gehlot) और पूर्व सीएम येदियुरप्पा (Former CM Yediyurappa) ने अस्पताल में भर्ती पीड़ितों से मुलाकात की।
बंगलूरू के रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार दोपहर हुए विस्फोट के पीछे आतंकी साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा। बंगलूरू पुलिस ने मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम (ईएसए) के तहत मामला दर्ज किया है। उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि धमाका कम तीव्रता वाले टाइमर के जरिये किया गया, हालांकि जांच के बाद ही सही कारण का पता चल पाएगा।
इस मामले में बंगलूरू पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि बम दोपहर 12.50 से 1 बजे के बीच फटा और इस धमाके में होटल स्टाफ और ग्राहकों समेत कुल 10 लोग घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। सभी खतरे से बाहर हैं। धमाके के संबंध में एफआईआर एचएएल पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आलोक मोहन ने कहा कि मामले की जांच जारी है। पुलिस, बम निरोधक दस्ता, फोरेंसिक और एनआईए की टीम धमाके के वास्तविक कारण का पता लगाने में जुटी हुई हैं।
दूसरी तरफ, कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने सिद्धरमैया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना में पुलिस और खुफिया तंत्र पूरी तरह विफल रही। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने धमाके के पीछे आतंकियों का हाथ होने की संभावना पर कहा कि जांच जारी है। घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और सभी को सहयोग करना चाहिए। शुरू में धमाके का कारण गैस रिसाव बताया जा रहा था। बाद में अग्निशमन विभाग ने इससे इन्कार किया।
फॉरेंसिक टीम ने नमूने एकत्र किए
इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईडी) विस्फोट की आशंका पर गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि फॉरेंसिक टीम ने नमूने एकत्र किए हैं। जांच के बाद ही पता चलेगा कि विस्फोट की प्रकृति क्या है। उन्होंने कहा, एक बैग में विस्फोट हुआ, लेकिन हमें विभाग से सटीक जानकारी लेनी होगी। किसी संगठन या किसी चीज की संलिप्तता के बारे में अटकलें नहीं लगाना चाहिए।
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