इंदौर। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जीतू पटवारी के सामने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सफल बनना एक बड़ी चुनौती और अग्नि परीक्षा साबित होने वाला है। पटवारी को डर है कि कहीं गुटबाजी के चक्कर में उनके नेतृत्व की हवा न निकल जाए। इसेे लेकर कल से वे फिर यात्रा को लेकर बैठकों का दौर शुरू कर रहे हैं। राहुल गांधी की न्याय यात्रा को प्रदेश में कितना फायदा मिलेगा, यह भी प्रदेश नेतृत्व पर निर्भर है। लोकसभा चुनाव के ऐन पहले निकलने वाली इस यात्रा को लेकर जीतू पटवारी भी फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं। पिछले दिनों जिस तरह से कमलनाथ को लेकर अफवाहें चलीं, उससे तो तय हो गया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है।
इसको लेकर पटवारी ने अपने समर्थकों को भारत जोड़ो न्याय यात्रा की जवाबदारी सौंपी है, फिर भी वे यात्रा को लेकर काफी सजग हैं। अध्यक्षीय कार्यकाल का ये पहला बड़ा कार्यक्रम है और वे नहीं चाहते कि इसमें वे असफल हो जाएं। इसलिए कल से वे एक बार फिर यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करने जा रहे हैं। वे 1 मार्च तक लगातार बैठकें लेंंगे। इस दौरान वे मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, धार और उज्जैन जिले का दौरा करेंगे। जिन लोगों को यात्रा में अलग-अलग जवाबदारी सौंपी गई है, उनसे वे वन-टू-वन मुलाकात भी करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजीवसिंह ने बताया कि कल दोपहर वे मुरैना पहुंच रहे हैं, जहां से राहुल गांधी की यात्रा प्रदेश में प्रवेश करने वाली है। 2 मार्च को यह यात्रा प्रदेश में आएगी और 6 मार्च को रवाना होगी। पटवारी रात ग्वालियर में ही रुकेंगे और कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करेंगे। दूसरे दिन 28 फरवरी को सुबह 10 बजे मोहना में, दोपहर 12 बजे शिवपुरी, दोपहर 2 बजे कोलारस, दोपहर 4 बजे गुना में तैयारियों की समीक्षा बैठक में भाग लेने के साथ-साथ 29 तारीख को 11 बजे बदनावर, डेढ़ बजे बडऩगर और इसी दिन शाम 4 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। इस दिन वे इंदौर आ जाएंगे और फिर 1 मार्च को मुरैना रवाना होंगे, जहां दूसरे दिन वे राहुल गांधी की यात्रा का स्वागत करेंगे।
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