कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली (Sandeshkhali) में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बवाल के बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) की टीम (Team) आज नाव (Boat) से उत्तर 24 परगना के संदेशखाली स्थित धमाखाली पहुंच रही है। संदेशखाली में उनकी यात्रा का यह दूसरा दिन है।
संदेशखाली में जारी विवाद के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने टीएमसी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “यह साफ है कि वे कुछ छिपा रहे हैं। वे कुछ ऐसा छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके सामने आने से वे मुश्किल में पड़ सकते हैं। इसलिए किसी को भी वहां जाने की अनुमति नहीं है। केवल टीएमसी के नेता और पुलिस वहां जा सकती है। पुलिस को देख कर जनता आक्रोश में आ रही है, क्योंकि पुलिस की मौजूदगी में यह अत्याचार हुआ है।”
क्या है संदेशखाली विवाद
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित गांव संदेशखाली इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन का गवाह बन रहा है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
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