ग्वालियर: दोस्ती का रिश्ता (friendship relationship) लोगों के लिए काफी अहम होता है. बाकी के रिश्ते भगवान बनाकर भेजते हैं. लेकिन दोस्ती का एक ऐसा रिश्ता है, जो इंसान खुद बनाता है. वो किसके साथ कम्फर्टेबल है, किसके साथ उसे अच्छा लगता है, इन सब बातों पर दोस्ती का रिश्ता टिका रहता है. लेकिन कुछ दोस्त दोस्ती का फर्ज कुछ ज्यादा ही आगे तक निभा देते हैं. दोस्ती की एक ऐसी ही घटना इन दिनों ग्वालियर (Gwalior) से चर्चा में है.
ग्वालियर में एक एग्जाम सेंटर (exam center) से एक शख्स को दूसरे स्टूडेंट (Student) की जगह एग्जाम (Exam) देते हुए पकड़ा गया. शख्स ने ना सिर्फ दूसरे के नाम के एडमिट कार्ड के साथ एंट्री की बल्कि पूरा पेपर (Paper) भी लिख दिया. लेकिन जांच टीम को शख्स पर शक हुआ. जब उससे पूछताछ की गई, तब उसने बताया कि वो अपने दोस्त की जगह परीक्षा देने आया है. उसके दोस्त की तबियत खराब है. ऐसे में वो एग्जाम नहीं दे सकता था. वो तो बस दोस्ती का फर्ज निभा रहा था.
जानकारी के मुताबिक, मामला पीएचई कॉलोनी के सीबीएसई स्कूल हजीरा का है. यहां एक शख्स अपने दोस्त की जगह विज्ञान की परीक्षा देने पहुंचा था. उसने रूम नंबर 11 में रोल नंबर 141450169 के तौर पर एंट्री ली और आदित्य के तौर पर एग्जाम लिखने लगा. लेकिन फ़्लाइंग स्क्वाड को उसे देख शक हुआ. उसकी उम्र बाकी के स्टूडेंट्स से ज्यादा लग रही थी. जब एडमिट कार्ड से उसका चेहरा मिलाया गया तो मूंछों की वजह से वो पकड़ में आ गया. एडमिट कार्ड वाले आदित्य की मूंछें नहीं थी लेकिन परीक्षा दे रहे संजय की थी.
टीम ने तुरंत संजय को रुम से बाहर कर दिया. पूछताछ में उसने बताया कि आदित्य की तबियत खराब थी. इस वजह से वो एग्जाम देने चला आया. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि संजय ने इससे पहले आदित्य की जगह चार पेपर लिख दिए थे. लेकिन अभी तक पकड़ा नहीं गया था. इस बार जाने कैसे वो पकड़ में आ गया. जांच में पता चला कि संजय पढ़ने में होशियार है. उसने अपनी दसवीं की परीक्षा नब्बे प्रतिशत अंको से पास की थी.
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