नई दिल्ली (New Delhi) । चौतरफा संकट में घिरे एडुटेक फर्म बायजू (Byju’s) के निवेशकों (investors) के एक समूह ने शुक्रवार को असाधारण आम बैठक यानी ईजीएम (EGM) बुलाई है। इस बैठक का मकसद बायजू के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बायजू रवीन्द्रन (Byju Raveendran) को हटाने का है। इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्यों को भी कंपनी से बाहर करने की योजना पर मंथन की संभावना है। बोर्ड में रवीन्द्रन, उनकी पत्नी और सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ और उनके भाई रिजु शामिल हैं।
क्या कहना है निवेशकों का
इन निवेशकों ने बायजू रवीन्द्रन और उनके परिवार के सदस्यों पर कुप्रबंधन और विफलताओं का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जिन शेयरधारकों ने ईजीएम बुलाई है, उनके पास सामूहिक रूप से बायजू में 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है। वहीं, रवीन्द्रन और पारिवारिक सदस्यों के पास कंपनी में लगभग 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जानकार सूत्रों ने कहा कि असाधारण आम बैठक (ईजीएम) के लिए दी गई नोटिस में थिंक एंड लर्न के मौजूदा बोर्ड को बाहर करने की अपील की गई है। बता दें कि थिंक एंड लर्न बायजू ब्रांड नाम के तहत संचालन करती है।
क्या है आरोप
ईजीएम की नोटिस में इन लोगों के निष्कासन की मांग के कारणों का विवरण देते हुए वित्तीय कुप्रबंधन, कंपनी के कानूनी अधिकारों को लागू करने में प्रबंधन की विफलता और महत्वपूर्ण जानकारी को छिपाने के आरोप लगाए गए।
30 करोड़ डॉलर की प्रतिबद्धता
इस बीच, कंपनी को राइट्स इश्यू के जरिए निवेशकों से 30 करोड़ डॉलर की प्रतिबद्धता मिली है। कुछ निवेशकों ने राइट्स इश्यू का आकार बढ़ाने का भी सुझाव दिया है, लेकिन कंपनी के लिए प्राथमिकता मौजूदा इश्यू को सफलतापूर्वक बंद करना है। बता दें कि थिंक एंड लर्न ने 22-25 करोड़ अमेरिकी डॉलर उद्यम मूल्यांकन पर 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाने के लिए जनवरी में राइट्स इश्यू जारी किया था। यह फरवरी अंत में बंद होगा।
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