- नहीं जाएगी अब उज्जैन में बिजली-सिंहस्थ में भी नहीं रहेगी समस्या-काम हुआ शुरु
- 600 किमी की लाइन डालेगी
- 450 ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाएँगे
उज्जैन। शहर में बिजली गुल होने की परेशानी से अब राहत मिलेगी। इस समस्या से निजात पाने के लिए सरकार ने नया प्लान तैयार किया है। उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए विद्युत कंपनी ने 785 करोड़ रुपए का मेगा प्लान तैयार किया है। इससे न केवल सिंहस्थ क्षेत्र बल्कि शहर की बिजली आपूर्ति कभी नहीं गड़बड़ाएगी।
बाबा महाकाल की नगरी में प्रतिदिन देशभर के हजारों श्रद्धालु उज्जैन पहुँचते हैं। 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होगा। उज्जैन शहर और सिंहस्थ क्षेत्र में कभी बिजली गुल ना हो इसके लिए सरकार और विद्युत मंडल ने मेगा प्लान तैयार किया है। इस प्लान में 600 किमी की लाइन डलेगी और 132 केवीए के दो सब स्टेशन बनाए जाएँगे। खास बात यह कि सिंहस्थ क्षेत्र के अलावा चार नए उपकेंद्रों के साथ 11 सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। सिंहस्थ 2028 की तैयारियाँ शुरू करने के निर्देश विभिन्न विभागों को दिए गए हैं। विद्युत कंपनी ने सिंहस्थ के बिजली इंतजामों को लेकर इस्टिमेट तैयार कर लिया है। बिजली कंपनी के मुताबिक पिछले साल 3 हजार 500 हैक्टेयर में सिंहस्थ लगा था, इस बार यह 5 हजार हैक्टेयर में लगना है, वहीं सिंहस्थ में 15 करोड़ के करीब लोग आएँगे। ऐसे में विद्युत का भार सिंहस्थ क्षेत्र के अलावा शहर में भी रहेगा। विभाग को दो नए सब स्टेशन की आवश्यकता रहेगी। इसके अलावा शहर में लगे 450 डीटीआर ट्रांसफार्मर के साथ 11 उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इनकी क्षमता बढऩे से लोड बढऩे का असर नहीं पड़ेगा और बिजली गुल होने की समस्या नहीं आएगी। कंपनी की ओर से तैयरियों के मान की इस्टिमेट को शासन स्तर पर सौंप दिया है। इस पर अगले दिनों में निर्णय लिया जाएगा। विद्युत कंपनी के अधिकारियों के अनुसार सिंहस्थ 2028 में विद्युत व्यवस्था को लेकर 785 करोड़ रुपए का प्लान तैयार किया है। इसमें नए सब स्टेशन, ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने तथा नई लाइन डालने जैसे कार्य किए जाएँगे। सिंहस्थ में 360 मेगावॉट की जरूरत होगी। विद्युत कंपनी की ओर से सिंहस्थ के लिए 360 मेगावॉट लोड के मान से कार्ययोजना तैयार की है। पिछले सिंहस्थ में यह मांग 333 मेगावॉट के करीब थी। विभाग की ओर से इसमें 30 मेगावॉट से ज्यादा की वृद्धि की है। वर्तमान में शहर में प्रतिदिन की मांग 110 से 120 मेगावॉट की रहती है।
बिजली कंपनी का सिंहस्थ प्लान इस तरह रहेगा
- 600 किमी लाइन, 2 सब स्टेशन और 450 ट्रांसफॉर्मर की बढ़ाएँगे क्षमता।
- 132 केवीए के दो सब स्टेशन चिंतामण व त्रिवेणी क्षेत्र में बनाए जाएँगे।
- शंकरपुरा स्टेशन की क्षमता 20 एमवीए से बढ़ाकर 50 की जाएगी।
- 33/11 केवीए के चार सब स्टेशन जिनमें चारधाम, चिंतामण, नानाखेड़ा व वाल्मीकि धाम क्षेत्र में बढ़ाई जाएगी।
- 11 सब स्टेशन, जिनमें वाटर वक्र्स, शांति पैलेस, शनि मंदिर, दूधतलाई, कमेड़, वल्लभनगर, सिद्धवट, गढ़कालिका, महाकाल, कार्तिक मेला व दत्त अखाड़ा क्षेत्र की क्षमता दुगनी की जाएगी।
- शहर में लगे 450 डीटीआर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता 200 से 300 केवीए की जाएगी।
- सिंहस्थ क्षेत्र में 450 डीटीआर ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएँगे।