इंदौर। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर जिले को भिक्षुक मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे अभियान में कल बाघमारे के बगीचे में चार बच्चे जहां नशे के आदी और चोरी के लिए ट्रेंड करते हुए पाए गए, वहीं अब तक जिले में 15 दिन की कार्रवाई में 16 बच्चों को समझाइश देकर छोड़ दिया गया, जिसमें डेढ़ सौ से अधिक परिवारों को अब तक मुहिम के दौरान समझाइश दी गई। मुहिम में शामिल भिक्षुक प्रवेश केंद्र की रूपाली जैन के अनुसार जिले में नशे का आदी बनाकर बच्चों से चोरी भी करवाई जा रही है, जिसके लिए एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। क्षेत्र के रहवासी 16 से अधिक युवतियों के शामिल होने की बात बता रहे हैं, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
ऐसे-ऐसे लोगों को भीख देकर दातार बन रहे हैं लोग
हाल ही में राजस्थान की रहवासी को लवकुश चौराहे से पकड़ा गया था। वह महिला लखपति होने के साथ-साथ गिरोह का संचालन करती भी पाई गई है। चौराहों पर पेन, पेंसिल, कापी बेचने के नाम पर भी भिक्षावृत्ति कराई जा रही है, जिसे लेकर भी मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है और जिले से जवाब-तलब किया है कि आखिर कार्रवाई में कहां चूक है?
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved